Kuldhara village: जैसलमेर में कुलधरा गांव 17 किलोमीटर पश्चिम में है। जिसे भूतिया गांव भी कहते हैं। तीन पीढ़ी पहले यह एक खुशहाल गांव था। लेकिन आज यह एक रहस्य में खोया हुआ खंडर है, जहां लोग रहने से डरते है । लोगो के अनुसार, इस गांव को 1291 में पालीवाल ब्राह्मणों ने बसाया था।
रेगिस्तान में बसे इस गांव में भी कभी भरपूर हरियाली होती थी। यही कारण है की काफी समृद्ध गांव हुआ करता था। लेकिन 1825 में एक काली रात के बाद कुलधरा और आस-पास के चौरासी गांवों के सभी लोग रात अंधेरे में गायब हो गए। एक श्राप ने गांव को विरान कर दिया।
वहां के लोगों का कहना है की एक दुष्ट मंत्री सलीम सिंह को गांव में रहने वाली लड़की जो मुखिया की बेटी थी। उसकी खूबसूरती इतनी पसंद आ गई थी कि उसने गांव में ऐलान कर दिया, वह लड़की की मरज़ी से या बिना मरज़ी के बाद भी उसी से विवाह करेगा। उसने ग्रामीणों को धमकी देकर उसकी बात मानने को कहा।
लोगो का यहाँ भी कहना है कि दुष्ट मंत्री के जानलेवा धमकी के बाद गांव वालों ने रातों-रात गांव छोड़ दिया । लेकिन उस मंत्री से लड़की का विवाह नहीं होने दिया। जाते-जाते गांव वाले ने गांव को श्राप देकर गए। उन्होंने श्राप दिया कि यहां कभी भी कोई अपना घर बस नहीं सकेगा।
कहते हैं कई वर्षो से ये गांव भूतिया खंडर बना हुआ है। यहां आज तक कोई भी गांव नहीं बस पाया है । लोगों को यहां बुरी शक्ति का एहसास हुआ। किसी की भी हिम्मत नहीं हुई यहां अपना परिवार बासने की।
नोट- उपरोक्त बातें सामान्य जानकारी पर आधारित हमारी टीम इसका समर्थन नहीं करती है।
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