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तारीख 31 अगस्त, रक्षाबंधन का दिन जब देश में कई भाई अपनी बहन की रक्षा की कसमें खा रहे थे, तभी छत्तीसगढ़ में 10 लोगों ने एक साथ मिलकर दो सगी बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। इस गंदे कृत्य में खुद पुलिस कर्मी एएसआई का बेटा भी शामिल रहा। बकायदा एसआई उसी थाना क्षेत्र में तैनात थे जहां इस वारदात को अंजाम दिया गया। लेकिन बेटे की इस करतूत से तंग आकर पिता ने जो किया वो अब सुर्खियों में बना हुआ है।

वारदात में एएसआई का बेटा भी शामिल

दरसल मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एसआई की ड्यूटी उसी थाने में थी जहां बेटी के रेप का केस दर्ज हुआ था। वारदात छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की है जहां 10 लोगों ने मिलकर दो सगी बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। यह दुष्कर्म का मामला रायपुर के मंदिर हसौद थाने में दर्ज हुआ। इस केस के आरोपियों में एक एएसआई का बेटा शामिल था।

जिसके बाद एसआई ने अपनी वर्दी का फर्ज निभाते हुए खुद अपने फरार चल रहे बेटे की तलाश में जुट गए। बकायदा इसके लिए वो अपने पुलिसकर्मी साथियों को ये भी जानकारी देते हैं कि वो किन किन जगहों पर छिपा हो सकता है। जिसके बाद कुछ ही समय के अंदर वो अपने फरार चल रहे बेटे को अरेस्ट कर लेते हैं।

हालांकि आरोपी बेटे की अरेस्टी के बाद उन्होंने रायपुर एसपी प्रशांत अग्रवाल को अपना ट्रांसफर करने का आवेदन किया। इस आवेदन पत्र में उन्होंने लिखा की जांच प्रभावित ना हो इसलिए मेरा ट्रांसफर मंदिर हसौद थाने से किसी दूसरी जगह कर दिया जाए। बहरहाल छानबीन के बाद ये भी सामने आया कि आरोपियों ने इस वारदात से पहले लूट पाट की भी वारदात को अंजाम दिया था। वहीं आरोपियों में से एक आदतन अपराधी भी है, जिसके विरूद्ध हत्या का मामला भी दर्ज है। वहीं एक आरोपी बीते महीने 17 अगस्त को नाबालिग से दुष्कर्म मामले में जमानत पर रिहा हुआ था। 

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