न्यूज डेस्क ।। हिन्दी फिल्मों की बेहतरीन अदाकारा श्रीदेवी हमारे बीच अब नहीं रहीं। आपको बता दें कि दुबई में दिल का दौरा (कार्डियक अरेस्ट) पड़ने से 54 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। Heart Attack के मामलों में करीबन 45% मामले साइलेंट Heart Attack के होते हैं।
तो वहीं मुम्बई के मेडिकल अफेयर्स व क्रिटिकल केयर के डायरेक्टर डॉ. विजय डी.सिल्वा का कहना है कि कई बार हार्ट डिजीज नहीं होने पर भी साइलेंट Heart Attack हो सकता है। महिलाओं की तुलना में पुरुषों में साइलेंट Heart Attack के मामले अधिक देखने को मिलते हैं।
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जानिए क्या है साइलेंट Heart Attack?
साइलेंट Heart Attack को साइलेंट मायोकार्डियल इन्फ्रेक्शन silent myocardial infarction (SMI) कहा जाता है। इसमें किसी व्यक्ति को Heart Attack होने पर सीने में दर्द महसूस नहीं होता इससे Heart Attack का पता नहीं चल पाता। हालांकि कुछ दूसरे सिम्प्टम्स महसूस होते हैं।
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इसलिए वजह से नहीं पता चलता Heart Attack का दर्द
कई बार दिमाग तक दर्द का अहसास पहुंचाने वाली नसों व स्पाइनल कॉर्ड में प्रॉब्लम के कारण या फिर साइकोलॉजिकल कारणों से व्यक्ति दर्द की पहचान नहीं कर पाता। इसके अलावा अधिक उम्र वाले या डायबिटीज के पेशेंट्स में Autonomic Neuropathy के कारण भी दर्द का अहसास नहीं होता है।
ये हैं साइलेंट Heart Attack के कारण
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- गैस्ट्रिक प्रॉब्लम, पेट की खराबी
- बिना वजह सुस्ती व कमजोरी
- थोड़ी सी मेहनत में थकान लगना
- अचानक ठंडा पसीना आना
- बार-बार सांस फूलना
- व्यायाम न करना
- सिगरेट और शराब पीना
- मोटापा, स्ट्रेस और टेंशन
बचाव के ये हैं उपाय
- रेग्युलर मेडिकल चेक-अप करवाएं।
- खाने में सलाद, वेजिटेबल्स, अधिक शामिल करें।
- प्रतिदिन व्यायाम करें।
- नशे से दूर रहें।
- स्ट्रेस और टेंशन से बचें।
फोटोः प्रतीकात्मक
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