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Up Kiran Digital Desk:  देवों के देव महादेव को समर्पित प्रदोष व्रत का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। जब यह पावन व्रत शुक्रवार के दिन पड़ता है, तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। इसे शुक्र प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है और यह प्रेम, रिश्तों में मधुरता और आर्थिक उन्नति के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है।

इस बार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष का यह शुभ व्रत 9 मई 2025 को आ रहा है। इस दिन भगवान शिव की आराधना विशेष रूप से फलदायी होगी। मान्यता है कि इस दिन शिवलिंग पर दूध, बेलपत्र और सफेद फूल अर्पित करने के साथ 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप और शिव चालीसा का पाठ करने से घर-परिवार में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है।

9 मई रो ग्रहों का अद्भुत संयोग, खुलेगी किस्मत

इस शुक्र प्रदोष व्रत पर ग्रहों की विशेष स्थिति और बन रहे शुभ योग इस व्रत को और भी खास बना रहे हैं। आइए जानते हैं इस दिन कौन से ग्रह किस राशि में विराजमान रहेंगे और इसका क्या असर पड़ेगा।

सूर्य और बुध (मेष राशि): यह युति आपको आत्मविश्वास से भरपूर रखेगी और आपकी सोचने-समझने की क्षमता को तेज़ करेगी।
चंद्रमा और केतु (कन्या राशि): चंद्रमा और केतु का साथ आपको भावनात्मक रूप से संतुलित रखेगा और हर परिस्थिति को समझदारी से संभालने में मदद करेगा।
मंगल (कर्क राशि): मंगल की यह स्थिति आपको अपने परिवार और प्रियजनों की भावनाओं का खास ख्याल रखने की प्रेरणा देगी।

शुक्र, शनि और राहु (मीन राशि): प्रेम और रचनात्मकता के कारक शुक्र का शनि और राहु के साथ विराजमान होना आपके प्रेम जीवन को और भी मधुर बनाएगा और आपकी रचनात्मक ऊर्जा को नई ऊंचाइयां देगा। हालांकि, राहु थोड़ा भ्रम पैदा कर सकता है, लेकिन कर्मफल दाता शनि आपकी मेहनत को सफलता में ज़रूर बदलेंगे।

नोट- उपरोक्त बातें सामान्य जानकारी पर आधारित है। हमारी टीम इसका समर्थन नहीं करती है। 

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