महराजगंज, 26 दिसम्बर 2021: हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप रुप मे चयनित जिले के नौ आयुर्वेदिक अस्पतालों में अब हर्बल गार्डेन को भी विकसित किए जाएंगे । इन सेंटर पर पहुँचने वालों को बेहतर इलाज मिलने के साथ ही एक ऐसा माहौल मिलेगा जिससे वह औषधीय पौधों की उपयोगिता को समझ सकें और उनकी मदद से अपने को सेहतमंद रखने के बारे में भी जानकारी बढ़ा सकें।

जिले के नौ आयुर्वेदिक अस्पताल ऐसे हैं जो निजी भवन में चल रहे हैं । निजी भवन में चलने वाले इन आयुर्वेदिक अस्पतालों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में रुप में भी चयनित किया गया है। यहां पर इलाज कराने आने वाले मरीजों को बेहतर उपचार के साथ ही अच्छा प्राकृतिक वातावरण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अब यहां पर हर्बल गार्डेन को विकसित किया जाएगा।
इसके तहत अस्पताल परिसर में विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधे लगाए जाएंगे तथा आमजन को उसके बारे में जानकारी देने से संबंधित विवरण को प्रदर्शित किया जाएगा। ऐसा करने से मरीज व उनके परिजन का मन प्रफुल्लित होगा तथा ज्ञान का दायरा भी विकसित होगा।
जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी राघवेंद्र मिश्रा ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में हर्बल गार्डेन का विकास किया जाएगा। इससे न सिर्फ सेंटर की खूबसूरती बढ़ेगी बल्कि यह मरीजों व उनके साथ आने वाले लोगों के बेहतर ज्ञान का माध्यम भी बनेगा।
हर्बल गार्डेन में रोपित होंगे यह औषधीय पौधे :
हर्बल गार्डेन में तुलसी, नीम, एलोवेरा, गिलोय, शहजन, पाताल कुई, कासमर्द, अदरक, हल्दी, कालमेघ के साथ लगभग 20 प्रजाति के पौधे रोपित किए जाएंगे हैं।
पहर गार्डेन पर व्यय होंगे 20 हजार रूपये :
जिले के सभी नौ आयुर्वेदिक अस्पतालों में हर्बल गार्डेन को विकसित करने पर कुल 1.80 लाख रुपये व्यय किए जाएंगे।प्रत्येक गार्डेन को 20 हजार रुपये की लागत से आकर्षक बनाया जाएगा।
इन अस्पतालों में विकसित होंगे हर्बल गार्डेन
आयुर्वेदिक चिकित्सालय रामपुर बल्डीहा,ठूठीबारी, बैठवलिया, नरकटहा,सोहगीबरवा,सेवतरी, अड्डा बाजार, मिठौरा व सोनौली में हर्बल गार्डेन विकसित होंगे।
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