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Up Kiran, Digital Desk: श्री हरमंदिर साहिब में बंदी छोड़ दिवस मनाने की तिथि को लेकर संगत में व्याप्त असमंजस के बीच, हेड ग्रंथी ज्ञानी रघबीर सिंह ने महत्वपूर्ण जानकारी दी है। उन्होंने दिवाली और बंदी छोड़ दिवस की तिथि को लेकर संगत के असमंजस को दूर करते हुए स्पष्ट किया है कि बंदी छोड़ दिवस 21 अक्टूबर को मनाया जाएगा।

श्री हरमंदिर साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि बंदी छोड़ दिवस को लेकर संगत में असमंजस की स्थिति थी, जिसके मद्देनजर उन्हें यह स्पष्टीकरण देना पड़ा। ज्ञानी जी ने संगत से यह भी अपील की कि जिस प्रकार हम पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए दीये जलाते हैं, उसी प्रकार हमें पटाखों का प्रयोग कम करना चाहिए क्योंकि ये वायु को प्रदूषित करते हैं और पक्षियों व बुजुर्गों के लिए हानिकारक होते हैं। सिख पंथ का संदेश हमेशा शांति, प्रकाश और प्रेम का रहा है। इसलिए बंदी छोड़ दिवस पर हम सभी को पर्यावरण संरक्षण और मानवता की सेवा का संकल्प लेना चाहिए।

हर साल की तरह इस बार भी श्रद्धालुओं ने सचखंड श्री हरमंदिर साहिब स्थित जगमगाते गुरुद्वारे में बंदी छोड़ दिवस की खुशियाँ मनाईं। दुनिया भर में रहने वाले सिख इस दिन को प्रेम, श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाते हैं और सच्ची मानवीय स्वतंत्रता की मिसाल कायम करने वाले गुरु हरगोबिंद साहिब जी को याद करते हैं।