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Up Kiran, Digital Desk: दोस्तों, हर साल 19 नवंबर को हम अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस मनाते हैं. ये दिन सिर्फ पुरुषों को "पुरुष दिवस की शुभकामनाएँ" कहने का नहीं है, बल्कि उन्हें एक इंसान के तौर पर समझने और उनकी भूमिकाओं की सराहना करने का भी है. अक्सर, समाज में पुरुषों की उम्मीदों और संघर्षों को अनदेखा कर दिया जाता है. वे 'मजबूत', 'पत्थर दिल', 'कमाई करने वाले' जैसे कई टैग्स के नीचे दब जाते हैं, और उनकी भावनाओं, ज़रूरतों और खुशियों पर कम ही बात होती है.

आज इस ख़ास दिन पर, आइए बात करते हैं उन 10 बातों की, जिनके हर आदमी सचमुच हकदार है – क्योंकि आखिरकार, पुरुष भी इंसान होते हैं, जिन्हें प्यार, सम्मान और समझ की ज़रूरत होती है.

1. अपनी भावनाएँ व्यक्त करने का अधिकार

किसी ने कब कहा कि पुरुषों को रोना नहीं चाहिए या भावनाएँ नहीं दिखानी चाहिए? हर आदमी को पूरा हक है कि वह खुलकर अपनी खुशी, दुख, गुस्सा या किसी भी भावना को बिना किसी डर के व्यक्त करे. 'मर्द को दर्द नहीं होता' जैसी सोच बदलना ज़रूरी है.

2. गलती करने और सीखने की आज़ादी

जीवन में गलतियाँ करना इंसानी फ़ितरत है. पुरुषों को भी गलतियाँ करने, उनसे सीखने और आगे बढ़ने की आज़ादी होनी चाहिए. हर आदमी परफेक्ट नहीं होता, और न ही उससे ऐसी उम्मीद की जानी चाहिए.

3. बराबरी का प्यार और सम्मान

जैसे हर इंसान को प्यार और सम्मान की ज़रूरत होती है, पुरुषों को भी ठीक उसी बराबरी से अपने घर, रिश्ते और समाज में प्यार और सम्मान मिलना चाहिए. प्यार सिर्फ मांगने पर नहीं, बल्कि देने और लेने पर फलता-फूलता है.

4. अपने सपनों और जुनून को पूरा करने का मौका

पुरुषों पर अक्सर परिवार की जिम्मेदारियों का इतना बोझ होता है कि वे अपने सपनों को भूल जाते हैं. हर आदमी को पूरा हक है कि वह अपने पैशन को फॉलो करे और उन सपनों को जिए, जो उसने कभी देखे थे.

5. अच्छा स्वास्थ्य और सेहत पर ध्यान देने का अधिकार

पुरुष अक्सर अपनी सेहत को नज़रअंदाज़ कर देते हैं. उन्हें इस बात का एहसास दिलाना और मौका देना चाहिए कि वे अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत का ख्याल रखें. डॉक्टर के पास जाना या थेरेपी लेना कमज़ोरी नहीं, बल्कि समझदारी है.

6. घरेलू कामों और परवरिश में साझेदारी

अब वो ज़माना गया, जब घर के काम या बच्चों की परवरिश सिर्फ औरतों की जिम्मेदारी थी. पुरुषों को भी पूरा हक और मौका मिलना चाहिए कि वे अपने घर और बच्चों की परवरिश में बराबर के भागीदार बनें और उसका पूरा आनंद लें.

7. सच्चा और भरोसेमंद दोस्त

हर आदमी को अपनी ज़िंदगी में एक ऐसा दोस्त चाहिए होता है, जिस पर वह आँख बंद करके भरोसा कर सके, जिससे वह अपनी सारी बातें साझा कर सके. दोस्ती का यह बंधन बहुत ज़रूरी होता है.

8. मानसिक शांति और सुकून का पल

लगातार दौड़भाग भरी ज़िंदगी में हर पुरुष को थोड़ा सा सुकून और शांति भरा पल चाहिए. एक ब्रेक, हॉबी या बस थोड़ी देर के लिए अपने साथ रहने का मौका – यह भी उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है.

9. सशक्त महसूस करने और सक्षम बनने का मौका

हर आदमी सशक्त महसूस करना चाहता है, सक्षम बनना चाहता है और दुनिया में अपनी एक जगह बनाना चाहता है. उन्हें इसके लिए प्रेरणा, सहयोग और अवसर मिलना चाहिए.

10. अपनी शर्तों पर जीने की आज़ादी

सबसे बढ़कर, हर आदमी को अपने जीवन को अपनी शर्तों पर जीने का अधिकार है, जब तक कि वह दूसरों को नुकसान न पहुँचाए. सामाजिक दबावों और अपेक्षाओं से हटकर अपनी पसंद और नापसंद को चुनने का अधिकार.

तो दोस्तों, इस पुरुष दिवस पर हम सब यह सुनिश्चित करें कि हम पुरुषों की इन ज़रूरतों को समझें और उन्हें एक बेहतर और सम्मानजनक जीवन जीने में मदद करें. वे सिर्फ मज़बूत शरीर नहीं, बल्कि भावनाओं से भरे इंसान होते हैं.

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