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Up Kiran, Digital Desk: उत्तराखंड की पवित्र नगरी हरिद्वार को सचमुच चमकदार और साफ-सुथरा बनाने का सपना अब हकीकत की ओर बढ़ रहा है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने ठान लिया है कि उनका जिला देश का सबसे स्वच्छ और मॉडल जनपद बनेगा। इसके लिए उन्होंने सभी अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि अब कागजों पर नहीं बल्कि जमीन पर काम दिखना चाहिए।

पहले दिन बैठक हुई। दूसरे दिन से एक्शन शुरू। खुद डीएम साहब सुबह-सुबह मैदान में उतर पड़े और सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। पूरे जिले के विकासखंड और तहसीलों में अफसर अपने इलाके में पहुंचे और काम की निगरानी करने लगे।

सबसे ज्यादा ध्यान शहर के प्रवेश द्वारों और पर्यटक स्थलों पर दिया जा रहा है। पंतदीप पार्किंग और चमगादड़ टापू में तो कमाल हो गया। अपर मुख्य नगर आयुक्त दीपक गोस्वामी और सहायक नगर आयुक्त रिषभ उनियाल की निगरानी में पर्यावरण मित्रों ने दिनभर पसीना बहाया। नतीजा? पूरे 10 टन कचरा-कबाड़ एक जगह इकट्ठा करके उठवाया गया। अब ये इलाके पहले से कहीं ज्यादा साफ और सुंदर दिख रहे हैं।

हर की पौड़ी पर भी बड़ा बदलाव देखने को मिला। अपर मेलाधिकारी दयानंद सरस्वती ने बताया कि श्रद्धालुओं को आने-जाने में कोई दिक्कत न हो इसलिए फुटपाथ और घाटों पर अवैध रूप से लगी दुकानें हटवा दी गईं। अब घाट पूरी तरह खाली और साफ हैं। गंगा स्नान करने आने वाले भक्तों के चेहरे पर खुशी साफ दिख रही है।

ग्रामीण इलाकों में भी सफाई का जोर है। बहादरबाद के बीडीओ मानस मित्तल अस्पतालों और उनके आसपास मेडिकल कचरा हटवाने पहुंचे। लक्सर में परवीन भट्ट ने लाडपुर कलां और रायसी रोड का मुआयना किया। खानपुर के बीडीओ राजेंद्र जोशी ने पुरकाजी बॉर्डर पर झाड़ियां कटवाईं और साफ-सफाई करवाई।

वन विभाग भी पीछे नहीं रहा। एसडीओ पूनम कैथोला ने जटवाड़ा पुल के पास नहर किनारे जंगल की सफाई और झाड़ी कटान का निरीक्षण किया। कलेक्ट्रेट के बाहर भी नगर पालिका के साथ मिलकर कूड़ा उठाने का काम तेजी से हुआ।