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नई दिल्ली। क्या आप भी अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से बात करने के लिए व्हॉट्सऐप कॉलिंग का सहारा लेता हैं। अगर हां तो ये खबर आपके लिए है। दरअसल, जल्द ही ऐसा सिस्टम लागू होने जा रहा है जिसके तहत व्हॉट्सऐप कॉल (WhatsApp call) करने पर अब आपको पैसा देना होगा। इस संबंध में मोदी सरकार ने लोगों से राय जानने के लिए दूरसंचार बिल का एक मसौदा जारी किया है। इस बिल में प्रावधान है कि व्हॉट्सऐप (WhatsApp call), फेसबुक के माध्यम से कॉल या मैसेज भेजने की सुविधा को भी टेलीकॉम सेवा माना जाएगा और इसके लिए इन कंपनियों को सरकार से लाइसेंस प्राप्त करना होगा।

क्यों पड़ी इसकी जरूरत

बता दें कि टेलीकॉम कंपनियां हमेशा इस बात की शिकायत करती रहती हैं कि व्हॉट्सऐप (WhatsApp call) और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म उपभोक्ताओं को मैसेज या कॉल करने की फ्री सेवा देते हैं जिससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है। इन टेलीकॉम कंपनियों का कहना है कि उनकी ये सेवाएं टेलीकॉम सेवा के अंतर्गत आती हैं। ऐसे में अब इस मुद्दे पर लोगों की राय जानने के लिए सरकार द्वारा जारी बिल के मसौदे को सार्वजनिक किया गया है। आने वाले 20 अक्टूबर तक इस बिल के प्रावधानों को लेकर आम जन अपनी राय दे सकेंगे। जनता की राय मिलने के बाद इस बिल को संसद में पेश किया जाएगा। बिल में साइबर क्राइम को रोकने के लिए भी कुछ कड़े प्रावधान किये गए हैं। (WhatsApp call)

दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए प्रस्तावित बिल में ऐसे अपराधों की सज़ा बढ़ाने का नियम किया गया है। आपको बता दें कि जामताड़ा, अलवर और नूह जैसे देश के अलग-अलग इलाके ऐसे फ्रॉड के लिए बदनाम हो चुके हैं। प्रस्तावित बिल में एक अन्य प्रावधान ये भी किया गया है कि अब काल करने वाले की पहचान काल रिसीव करने वाला व्यक्ति आसानी से कर सकेगा। इसके लिए उसे किसी अन्य ऐप डाउनलोड करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आपको बता दें कि देश में डिजिटल सिस्टम को चुस्त दुरुस्त बनाने और उपभोक्ताओं के हितों की सुरक्षा के लिए सरकार दूरसंचार बिल के अलावा निजी डेटा सुरक्षा बिल और डिजिटल इंडिया बिल के मसौदे पर भी काम कर रही है। (WhatsApp call)

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