दुनिया भर के कई देशों में मंकीपॉक्स (Monkeypox) तेजी से पांव पसार रहा है। अब तक 18 हजार से अधिक मंकीपॉक्स के मामले अब तक सामने आ चुके हैं। भारत में भी इस वायरस ने कई लोगों को अपना शिकार बना लिया है। केंद्र सरकार ने इस संक्रमण की गंभीरता को देखते हैं एडवाइजरी जारी की है। केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को भी मंकीपॉक्स से बचाव और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अपने स्तर पर तैयारी करने, संक्रमितों की पहचान और विशिष्ट देशों से आने वाले लोगों की निगरानी करने, अस्पतालों में मंकीपॉक्स के मामलों के लिए तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय से इस संबंध में एडवाइजरी जारी कर दी है। इसके मुताबिक जिस संक्रमित की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उनके संपर्क में आने वाले लोगों में भी मंकीपॉक्स होने का खतरा रहता है। ऐसे में उनकी लोगों की निगरानी की सलाह दी है। साथ ही संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता पर ध्यान देने, साबुन से हाथ धोने, सेनेटाइजर का इस्तेमाल करने के भी निर्देश दिए गए है। चलिए जानते हैं केंद्र स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइजरी के मुताबिक मंकीपॉक्स से बचाव के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं
मंकीपॉक्स (Monkeypox) में बुखार आने के साथ ही शरीर पर लाल लाल दाने आते हैं। संक्रमित होने पर मरीज में 6 से 13 दिन के भीतर ही इसके लक्षण दिखने लगते हैं। कुछ केसों में 5 से 21 दिन का समय लग सकता है। इस बीमारी में मांसपेशियों और शरीर में दर्द, सिर दर्द, बुखार, लिम्फ नोड्स में सूजन आदि की समस्या होती है। स्किन पर भी इसका असर दिखने लगता है। पहले चेहरे और फिर हथेली और पैरों के तलवे पर भी दाने निकलने लगते हैं।
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