nate anderson hindenburg: हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक nate anderson ने कंपनी बंद करने की घोषणा की। हिंडनबर्ग ने अपनी शॉर्ट-सेलिंग और रिपोर्टिंग से उद्योग का ध्यान आकर्षित किया। इससे भारतीय अरबपति गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी समूह को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ। अब सवाल यह है कि एंडरसन ने हिंडनबर्ग को बंद करने का फैसला क्यों किया?
कंपनी को बंद करने के एंडरसन के निर्णय के बारे में एंडरसन ने कहा कि हिंडनबर्ग को बंद करने का निर्णय बहुत ही व्यक्तिगत था। एंडरसन ने कहा, "इसमें कोई खास बात नहीं है। इसमें कोई विशेष जोखिम नहीं है, कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं है, तथा कोई बड़ी व्यक्तिगत समस्या भी नहीं है।"
आगे कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च की शुरुआत के बाद से हम सभी ने सटीकता पर ध्यान केंद्रित करते हुए साक्ष्य-आधारित टिप्पणी तैयार करने के लिए कड़ी मेहनत की है। कभी-कभी इसका अर्थ ये होता है कि कोई बड़ा संकट आने वाला है। हमारी लड़ाई हमसे कहीं बड़े लोगों से थी। धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार और नकारात्मकता अक्सर भारी लगती है। न्याय की भावना अक्सर पहले असंभव थी, मगर जब ऐसा हुआ, तो ये अत्यंत संतोषजनक था। अंततः, हमने अपने काम से प्रभाव डाला। जितना मैंने शुरू में सोचा था उससे कहीं अधिक। हमारे कार्य के माध्यम से नियामकों ने लगभग 100 व्यक्तियों को सिविल या आपराधिक अभियोजन के दायरे में लाया है। एंडरसन ने यह भी कहा कि हमने कुछ ऐसे साम्राज्यों को हिला दिया है, जिन्हें हिलाने की जरूरत थी, जिनमें अरबपति भी शामिल हैं।
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