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लखनऊ।। उप-चुनाव के बाद जहाँ एक ओर उत्तर प्रदेश में सियासी माहौल गर्म है वहीँ हिन्दुओं के आस्था के केंद्र माने-जाने वाले संत समुदायों में भी एक-दूसरे को फर्जी बाबा को लेकर जंग छिड़ी हुई है। इनका अलग-अलग गुट अपना वर्चस्व साबित करने के लिये एक दूसरे को फर्जी बाबा करार दे रहा है। अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी को फर्जी बाबा करार दिया है।

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गौरतलब है कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने फर्जी बाबाओं की तीसरी लिस्ट जारी की है जिसमें चक्रपाणि महाराज का नाम भी शामिल है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुये चक्रपाणि ने महंत नरेंद्र गिरी को ही फर्जी बताया है। साथ ही चक्रपाणि महराज ने यह भी कहा कि वे अब महंत गिरी को ही संत समाज से बाहर कर देंगे।

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एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान चक्रपाणि महराज ने कहा कि “जब दूसरी सूची जारी हुई थी तभी मैंने कहा था कि अखाड़ा परिषद और नरेन्द्र गिरी खुद फर्जी हैं।” उन्होंने कहा कि महंत गिरी के अखाड़े का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं हैं। ऐसे में अखाड़ा वैध कैसे हो गया। उन्होंने कहा कि “अब व्यक्ति जब पागल हो जाता है तो किसी पर भौंक सकता है।”

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चक्रपाणि महराज ने कहा कि “जब दूसरी सूची जारी हुई थी तब मैंने उन्हें (महंत नरेन्द्र गिरी) संत समाज से बाहर करने की चेतावनी दी थी।” उन्होंने कहा कि “उस समय मैंने कहा था कि मैं संत समाज का अध्यक्ष हूँ, अगर फिर ऐसा हुआ तो संत समाज से बाहर कर दूंगा। अब मैं अखाड़ा परिषद् और उसके महंत नरेंद्र गिरी को संत समाज से बाहर ही कर दूंगा।”

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गौरतलब है कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने फर्जी बाबाओं की तीसरी लिस्ट जारी कर अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज और श्री कल्कि फाउंडेशन के संस्थापक और कांग्रेस के सदस्य आचार्य प्रमोद कृष्णम को संत समाज से बाहर कर दिया है। अखाड़ा परिषद का कहना है कि यह दोनों बाबा किसी संन्यासी परंपरा से नहीं आते हैं।

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