Up Kiran, Digital Desk: भारत के विमानन क्षेत्र (aviation sector) में 'कैप्टन जीआर गोपीनाथ' का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है. एक पूर्व आर्मी ऑफिसर से लेकर देश को सस्ती हवाई यात्रा का सपना दिखाने वाले इस शख्स ने भारत में हवाई सफर करने के तरीके को हमेशा के लिए बदल दिया. उनकी कहानी प्रेरणा से भरी है, कि कैसे एक व्यक्ति ने पारंपरिक सोच को तोड़ा और लाखों लोगों को उड़ान भरने का मौका दिया.
कैप्टन जीआर गोपीनाथ को भारतीय विमानन इतिहास का 'हीरो' कहना गलत नहीं होगा. उन्होंने 'एयर डेक्कन' (Air Deccan) की स्थापना कर दिखाया कि हवाई यात्रा सिर्फ अमीरों का शौक नहीं, बल्कि आम आदमी की पहुंच में भी आ सकती है. जब हर कोई हवाई यात्रा को एक विलासिता मानता था, तब कैप्टन गोपीनाथ ने 'आम आदमी की उड़ान' का सपना देखा और उसे सच कर दिखाया. उनकी दूरदर्शिता ने कम लागत वाली एयरलाइंस के कॉन्सेप्ट को भारत में स्थापित किया, जिसने बाद में कई और एयरलाइंस के लिए रास्ता खोला. उन्होंने न केवल हवाई टिकटों को सस्ता किया, बल्कि छोटे शहरों को भी हवाई नेटवर्क से जोड़ा, जिससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में जबरदस्त सुधार आया. एक फौजी अफसर से एविएशन लीजेंड तक का उनका सफर बताता है कि अगर हौसले बुलंद हों, तो कोई भी मुश्किल बड़ी नहीं होती. उन्होंने सच में भारत में उड़ने के तरीके को हमेशा के लिए बदल दिया.
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