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महाराष्ट्र के पुणे में स्थित डीआरडीओ की प्रयोगशाला में निदेशक के तौर पर काम करने वाले 60 साल के प्रदीप को लोकल पाकिस्तानी लड़कियों के जाल में फंस गए, जिनके पास भारत की न जाने कितनी खुफिया जानकारी थी। ये घर के भेदी निकले और पाकिस्तानी एजेंटों के सुंदर मुखौटे के पीछे इतने दीवाने हो गए कि घर की बात से लेकर देश की सारी जानकारियां साझा कर डाली। चलिए इस गद्दार के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं।

प्रदीप को लूटकर को 3 मई को अति गोपनीय सूचनाओं को लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स ने कल के खिलाफ कोर्ट में दाखिल चार्जशीट का ब्योरा देते हुए एक रिपोर्ट छापी है। इस रिपोर्ट में कहा गया, सितंबर 2022 में फरवरी 2023 तक अपने अलग अलग नाम और तस्वीरें वाली लड़कियों के साथ चैट किया। उसका भरोसा जीतने के लिए पाकिस्तानी हैंडलर ने अपने कथित इमेल आईडी का पासवर्ड तक उसके साथ शेयर किया। उनके कहने पर वैज्ञानिक ने अपने फोन में कुछ ऐसे भी डाउनलोड किए।

मार्च में डीआरडीओ को उस पर शक हुआ। उसके मोबाइल फोन के फॉरेंसिक ऑडिट से शक पुख्ता हुआ और महाराष्ट्र एटीएस को इस बारे में जानकारी दी गई। 3 मई 2023 को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में एटीएस ने स्पेशल कोर्ट में 30 जून को चार्जशीट दाखिल की। एटीएस ने डीआरडीओ साइंटिस्ट और पाकिस्तानी ऑपरेटिव के बीच विस्फोटक चैट होने का खुलासा किया है। चार्जशीट में दावा किया गया कि इन महिलाओं से अंतरंग संबंध बनाने के उद्देश्य इन सूचनाओं को लीक किया गया है। 

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