उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के नौगांव ब्लॉक के पास मोगरा गांव में एक हैरान कर देने वाली घटना उजागर हुई है। यहां शादी की जिद पर अड़ी युवती अपने प्रेमी के घर के बाहर गौशाला में धरने पर बैठ गई है।
युवती का इल्जाम है कि डॉक्टर बनने के बाद युवक ने उससे शादी करने से मना कर दिया। वो छह महीने से न्याय के लिए भटक रही है। पीड़ित युवती डीजीपी सहित महिला आयोग को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगा रही है। उसने धमकी दी है कि अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वो आत्मदाह कर लेगी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने गांव में पुलिस तैनात कर दी है। युवती का कहना है कि वो अपना गांव छोड़ कर छह महीने से डॉक्टर रवि परमार के गांव मूंगड़ा में गौशाला में रहकर न्याय की लड़ाई लड़ रही है। लड़के के माता पिता उसे स्वीकारने को राजी नहीं हैं। पीड़ित युवती ने इस साल अगस्त में रवि और उसके माता पिता के विरूद्ध बड़कोट थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है।
युवती ने बताया कि डॉक्टर रवि परमार से वर्ष 2020 में उसकी जान पहचान हुई थी। प्रेम प्रसंग बढ़ने के बाद वो लगातार शादी का झांसा देता रहा और अब शादी से मना कर रहा है। युवती ने दिसंबर 2 हज़ार 22 में प्रेमी रवि के विरूद्ध पुरोला थाने में तहरीर दी थी। तब रवि ने ये कहते हुए तहरीर वापस करवाई थी कि वो शादी करने के लिए तैयार है। गवाहों के समक्ष लिखित नामा देकर मार्च में शादी करने की बात कबूली पर बाद में वो फिर मुकर गया।
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