हिंदुस्तान चीन सीमा विवाद काफी वक्त से दोनों देशों के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने चीन के हिंदुस्तान की भूमि पर अतिक्रमण के मामले में निरंतर वो भी बयान दे रहे हैं। इससे पहले जब वे बाइक से लद्दाख गए थे तब भी उन्होंने वहां के लोगों से बात करने की बात कहते हुए कहा था कि चीन ने यहां के लोगों की जमीनों पर अतिक्रमण कर दिया है। वे अपने ऑफिशियल हैंडल पर भी इस मामले में निरंतर पोस्ट करते रहते हैं। मगर अब राहुल गांधी के बयानों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक कड़ी टिप्पणी की है।
केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी को चीन और हिंदुस्तान का अच्छा खासा पाठ पढ़ाया। यही नहीं एस जयशंकर ने ये कह दिया कि चीन में रहने से अच्छा था कि मैं राहुल गांधी के साथ रह लेता।
क्यों कहा है जयशंकर ने ऐसा?
दरसअल, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हिंदुस्तान में चीन के अतिक्रमण से डरने पर राहुल गांधी के लिए अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि जो जमीन चीन के कब्जे में है वो अभी की नहीं है। सन् 62 के समय की है जब हिंदुस्तान चीन युद्ध हुआ था। उन्होंने कहा कि सीमा विवाद पर मोदी सरकार ने चीन की आंख में डालकर उनके सामने डटी हुई है।
आपको बता दे कि राहुल गांधी ने इससे पहले कहा था कि जब शंकर को चीन की समझ नहीं आया। इस बात पर जयशंकर ने चुटकी लेते हुए कहा कि इस बात पर मैं क्या ही जवाब दूं। उन्होंने कहा कि या तो इसे समझाने वाले यानी राहुल गांधी में कमी है या फिर समझने वाले में कमी है। हो सकता है कि मुझमें ही कोई कमी हो। राहुल गांधीजी ज्ञानी आदमी है। जयशंकर ने कहा कि मैं जो साढ़े चार साल चीन में रहा, इससे अच्छा था कि मैं राहुल गांधी के साथ रहता तो ज्यादा समझा जाता।
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