पाकिस्तान की नापाक हरकतों का खुलासा एक बार फिर से सामने आया है, आपको बता दें कि ऐसे में पाकिस्तान अपने हथियारों के जखीरे और क्षमता को किस हद तक विकसित करने में जुटा है, इसके सबूत जर्मनी के सारलैंड (Saarland) की घरेलू इंटेलिजेंस एजेंसी की रिपोर्ट में मिलते हैं। इस एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान, पाकिस्तान और कुछ हद तक सीरिया ने परमाणु और मिसाइलों जैसे व्यापक विनाश के हथियारों और उनके डिलिवरी सिस्टम को बनाने के लिए सामान और जानकारी हासिल करने की कोशिश की थी।
वहीँ बता दें कि डिलिवरी सिस्टम में मिसाइल लॉन्च करने की क्षमता शामिल होती है। गौरतलब है कि कुछ वक्त पहले ही जर्मनी ने पाकिस्तान को एक झटका दिया था। पाकिस्तान ने अपनी पंडुब्बियों को पानी के नीचे रखने के लिए एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (AIP) देने से इनकार कर दिया था। बता दें कि द जेरुसलम पोस्ट की रिपोर्ट के हवाले से पिछले साल यहां सुरक्षा को पैदा हुए खतरे पर यह जानकारी दी गई है।
इसमें बताया गया है कि जर्मनी और दुनिया के कई देशों में पाकिस्तान की परमाणु हथियारों से जुड़ीं अवैध गतिविधियां जारी हैं। पाकिस्तान न्यूक्लियर और कैरियर टेक्नॉलजी के लिए विस्तृत प्रोग्राम चलाता है और अपने सबसे बड़े दुश्मन भारत के खिलाफ ताकत बढ़ाने के लिए इस क्षेत्र में विस्तार और आधुनिकीकरण करना चाहता है।
वहीँ जर्मनी से पाकिस्तान ने AIP मांगा था ताकि उसकी पनडुब्बियों को सतह पर ना आना पड़े। AIP सिस्टम से पनडुब्बियों की जंगी क्षमता भी बड़ जाती है क्योंकि इससे डीजल इंजन बिना अटमॉस्फीरिक हवा के हफ्तों चल सकते हैं। परंपरागत पनडुब्बियों को हर दूसरे दिन सतह पर लौटना पड़ता है जिससे उनके पकड़े जाने का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, जर्मन फेडरल सिक्यॉरिटी काउंसिल ने 6 अगस्त को अपना फैसला सुना दिया और पाकिस्तान को यह देने से इनकार कर दिया।