Paper Leak: राजस्थान के 10वीं कक्षा के एक छात्र ने महंगे शौक पूरे करने के लिए मध्य प्रदेश सिविल सेवा परीक्षा के पेपर लीक होने का दावा कर कई अभ्यर्थियों को धोखा दिया।
सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) तुषार सिंह ने बताया कि राजस्थान में 10वीं कक्षा के 16 वर्षीय छात्र ने टेलीग्राम पर एक चैनल बनाया. इस पर उन्होंने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग को निर्देशित किया। इसमें दावा किया गया कि 23 जून की सिविल सेवा परीक्षा के प्रारंभिक दौर के पेपर 2,500 रुपये में बिक्री के लिए उपलब्ध थे। इसने UPI भुगतान करने के लिए एक QR कोड भी प्रदान किया।
कई अभ्यर्थियों को लगा चुका है चूना
सिंह ने कहा कि जैसे ही कोई राज्य सेवा परीक्षा का पेपर पाने के लिए इस क्यूआर कोड के माध्यम से भुगतान करता था, छात्र खरीदार का मोबाइल नंबर ब्लॉक कर देता था। छात्र ने इस तरह नकल कर कई अभ्यर्थियों को चूना लगाया।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि छात्र के पास सिविल सेवा परीक्षा का पेपर ही नहीं था और उसने झूठा दावा किया कि नकल करने के लिए पेपर लीक किया गया था।
एसीपी ने कहा कि 10वीं कक्षा के छात्र ने यूट्यूब पर ऑनलाइन नकल करना सीखा। वह लोगों से ठगी के पैसे से महंगे रेस्तरां में खाना खाने का शौक पूरा करना चाहता था। जून में दर्ज हुए इस मामले में छात्र को सीआरपीसी के तहत नोटिस जारी किया गया है और धोखाधड़ी मामले की विस्तृत जांच चल रही है।एसपी ने बताया कि छात्र ने नीट फॉर्म बेचने के नाम पर ठगी की है और मामले की जांच राजस्थान पुलिस की मदद से सीबीआई कर रही है।
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