Up Kiran, Digital Desk: पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का एक और विवाद सामने आया है। पार्टी ने गुरुवार को अपने विधायक हुमायूं कबीर को निलंबित कर दिया, जिन्होंने हाल ही में मुर्शिदाबाद ज़िले में बाबरी मस्जिद की प्रतिकृति बनाने का ऐलान किया था। इस फैसले ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। टीएमसी ने एक बयान में कहा कि कबीर को पार्टी के नेतृत्व ने ऐसे विवादास्पद बयान देने से पहले ही मना किया था, लेकिन वह नहीं रुके।
कबीर का बयान उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर गया। उन्होंने यह घोषणा की थी कि 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद के स्थान पर वह एक नई मस्जिद की आधारशिला रखेंगे। यह दिन उसी दिन को याद करता है, जब 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद को गिराया गया था। कबीर ने कहा था कि मस्जिद का निर्माण तीन महीने में पूरा हो सकता है।
टीएमसी के वरिष्ठ नेता और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने कहा, "हमने पहले ही कबीर को चेतावनी दी थी, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं मानी। अब, पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया है।" उनका कहना था कि अचानक बाबरी मस्जिद का मुद्दा क्यों उठाया गया, यह पार्टी की नीति के खिलाफ था।
निलंबन के बाद कबीर ने एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि वह टीएमसी से इस्तीफा देंगे और अगले महीने एक नई पार्टी बनाने की घोषणा करेंगे। उनका दावा है कि वह अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में 135 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे।
इस विवाद के बाद भाजपा ने टीएमसी पर हमला बोल दिया है। भाजपा का कहना है कि ममता बनर्जी की पार्टी वोट बैंक की राजनीति कर रही है और बांग्लादेशी घुसपैठियों को समर्थन दे रही है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने भी कबीर के बयान को पार्टी की "वैचारिक अस्थिरता" करार दिया है।
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