
UP Politics: प्रयागराज के जिस नवादा के रहने वाले युवक की सफलता की कहानी उत्तर प्रदेश के चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में सुनाई, उसके बारे में खुलासा हुआ है कि वो एक हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ हत्या समेत कुल 21 अपराध दर्ज हैं।
सीएम योगी ने बिना नाम लिए दावा किया कि पिंटू और उसके परिवार ने महाकुंभ में 30 करोड़ रुपये कमाए। बाद में मुख्यमंत्री के मीडिया विभाग ने पिंटू की फोटो और वीडियो के साथ ये खबर जारी की। तब सबको समझ में आया कि जिसका जिक्र योगी ने किया था वह नवदी पिंटू महरा था। वह 2009 में अरैल में हुए दोहरे हत्याकांड का आरोपी है। उसके पिता और दो भाई भी हिस्ट्रीशीटर हैं। पिंटू महरा उर्फ अमित महरा पर लमसम टोटल इक्कीस मामले दर्ज हैं।
दावा किया जाता है कि पिंटू फैमिली की बदमाशी और रसूख के आगे पुलिस और प्रशासन भी अधिकतर बैकफुट पर रहता है। यही कारण है कि महाकुंभ के दौरान भी देश के कोने-कोने से आने वाले लोगों से नाव से यात्रा कराने के नाम पर मनमर्जी वसूली की गई। नावों का सरकारी किराया 75 रूपये से एक सौ साठ रुपए तक था, फिर भी कई भक्तों से दो हजार से पांच हजार रुपए तक वसूले गए।