
नई दिल्ली ।। उत्तर प्रदेश के बाद अब दिल्ली में भी सरकार ने गायों की सुध लेने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार ने कहा है कि वह ऐसी गायों के लिए ‘पीजी हॉस्टल’ बनाएगी, जिनके मालिकों के पास उन्हें रखने के लिए जगह नहीं है। यह गौशाला के साथ-साथ ‘ओल्ड ऐज होम’ भी होगा, जहां बुजुर्ग गायों के साथ रहेंगे।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह गौशाला अपने आप में खास होगी। हालांकि यहां अपने मवेशियों को रखने वाले मालिकों को इसके लिए भुगतान करना होगा। बताया जा रहा है कि इस तरह की योजना गुजरात में सफल हो चुकी है, जिसे ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने यह दिशा में कदम उठाने का फैसला किया है।
पढ़िए- कबूतर के अंडें का ऑमलेट खाते ही पागल हो गया युवक, परिवार के सामने उठाया ये खौफनाक कदम
दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने इसका ऐलान बुधवार को किया। उन्होंने बताया कि इसके लिए दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में गुमनहेरा गांव को चिह्नित किया गया है।
सरकार की योजना एक चिप के जरिये सभी पालतू जानवरों और मवेशियों पर नजर रखने की भी है। उसका कहना है कि इससे ऐसे जानवरों और मवेशियों के टीकाकरण के साथ-साथ उनके मालिकों के बारे में भी पता लगाने और सड़कों पर घूमने वाले लावारिस पशुओं की संख्या के बारे में जानकारी जुटाने में मदद मिलेगी, जिससे इस दिशा में जरूरी कदम उठाए जा सकेंगे।
गोपाल राय ने बताया कि सरकार की योजना पूरे शहर में ऐसी 33 गौशालाएं बनाने की है, जहां उन गायों को भी रखा जा सकेगा, जिन्हें उनके मालिक दूध नहीं देने या किसी भी तरह से अनुपयोगी हो जाने की स्थिति में लावारिस छोड़ देते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली में इस वक्त 76 पशु अस्पताल और क्लिनिक हैं, जहां जरूरी उपकरण और तकनीक भी नहीं हैं। सरकार की योजना अब शहर के हर वार्ड में मवेशियों के लिए एक अस्पताल बनाने की है।