पीएम मोदी ने मंगलवार को कहा कि भविष्य में तेजी से आगे बढ़ने और लाखों भारतीयों को सशक्त बनाने के लिए 5जी को समयबद्ध तरीके से ‘रोलआउट’ करने के लिए मिलकर काम करना होगा।
भारतीय मोबाइल कांग्रेस (IMC)-2020 को वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने टेलीकॉम सेक्टर से जुड़े लोगों को ‘टास्क फोर्स’ बनाकर इलेक्ट्रॉनिक कचरे के निपटारे के बेहतर तरीकों पर सोच-विचार करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि एक संपूर्ण चक्र वाली अर्थव्यवस्था बनाने के लिए उद्योग इस टास्क फोर्स के जरिए बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
पीएम मोदी ने इस दौरान भारत को दूरसंचार उपकरण डिजाइन, विकास और विनिर्माण का एक वैश्विक केंद्र बनाने की भी अपील की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि खोजकर्ता जीवन को कैसे बेहतर बना सकते हैं, इस दिशा में प्रयास करें।
टेलीकॉम क्षेत्र में नवाचार का समर्थन करते हुए पीएम मोदी ने क्षेत्र में काम कर रहे लोगों के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बावजूद दुनिया पहले की तरह काम करती रही, इसमें टेलीकॉम क्षेत्र का बड़ा योगदान रहा है। इसके चलते एक मां अपने बेटे, एक शिक्षक अपने छात्र और एक मरीज अपने चिकित्सक से जुड़ा रहा।
किसी उत्पाद को बेहतर बनाने वाले 3 मुख्य कारकों का जिक्र करते हुए PM ने कहा कि तकनीकी विशेषज्ञ ‘कोड, उद्यमी ‘कांसेप्ट’ और निवेशक ‘पूंजी’ को इस दिशा में महत्वपूर्ण मानते हैं। उनका मानना है कि युवाओं का खुद के उत्पाद पर विश्वास सबसे ज्यादा मायने रखता है। यही दृढ़ विश्वास लाभ और बहुत ज्यादा लाभ में अंतर करता है।
आपको बता दें कि IMC-2020 का आयोजन भारत सरकार का दूरसंचार विभाग और सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (सीओएआई) द्वारा किया जा रहा है। यह 8 से 10 दिसंबर के बीच चलेगा।
पीएम मोदी कार्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार IMC-2020 का इस बार का विषय ‘समावेशी नवाचार स्मार्ट, सुरक्षित, स्थायी’ है। इसका उद्देश्य पीएम मोदी के दृष्टिकोण ‘आत्मनिर्भर भारत’, ‘डिजिटल समावेशन’ और ‘सतत विकास, उद्यमशीलता व नवाचार’ को बढ़ावा देना है। इसका लक्ष्य दूरसंचार और उभरते प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में विदेशी व स्थानीय निवेश बढ़ाना और अनुसंधान व विकास को प्रोत्साहित करना है।
IMC-2020 में विभिन्न मंत्रालयों, दूरसंचार कंपनियों के सीईओ, 5जी में डोमेन विशेषज्ञ और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), डेटा एनालिटिक्स, क्लाउड एंड एज कंप्यूटिंग, ब्लॉकचैन, साइबर-सिक्योरिटी और स्मार्ट सिटीज और ऑटोमेशन से जुड़े लोग भाग लेंगे।