नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह अपनी पत्नी और पूर्व विधायक प्रेमलता के साथ कांग्रेस में वापसी कर ली है। सोमवार को उन्होंने बीजेपी से इस्तीफ़ा दे दिया था। चौधरी बीरेंद्र सिंह हरियाणा की जाट विरादरी के कद्दावर नेता माने जाते हैं। बीरेंद्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने से हरियाणा में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। वर्ष 2014 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। बीजेपी ने उन्हें राजयसभा सदस्य बनाया था और वह पीएम मोदी के नेतृत्व वाली पहली सरकार में केंद्रीय मंत्री थे।
कांग्रेस में दोबारा शामिल होने के बाद चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि यह सिर्फ मेरी 'घर वापसी' नहीं बल्कि विचार वापसी भी है। इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक ने बीरेंद्र सिंह और प्रेमलता का स्वागत करते हुए कहा कि बीरेंद्र सिंह के पार्टी में शामिल होने से हरियाणा में कांग्रेस मजबूत होगी और राज्य में कांग्रेस की सरकार बनाने में मदद मिलेगी। इसी तरह हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीरेंद्र सिंह की घर वापसी पर उन्हें बधाई दी।
गौरतलब है कि चौधरी बीरेंद्र सिंह करीब 42 साल तक कांग्रेस में रहे और वर्ष 2014 में वह बीजेपी में शामिल हो गए थे। हालांकि काफी पहले ही उनका बीजेपी से मोह भंग हो गया था। बताते चलें कि गत 10 मार्च को चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे और हिसार से सांसद बृजेंद्र सिंह भी बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। सिआसत के जानकारों का कहना है कि बीरेंद्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने से लोकसभा चुनाव में हरियाणा में पार्टी को लाभ मिलना आती है।
चौधरी बीरेंद्र सिंह की घर वापसी के मौके पर कुमारी शैलजा, हरियाणा पार्टी प्रमुख उदय भान, हरियाणा विधानसभा की पूर्व अध्यक्ष किरण चौधरी, पंजाब की पूर्व उपमुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्टल और एआईसीसी ओबीसी सेल के प्रमुख कैप्टन अजय सिंह समेत अनेक कांग्रेस नेता मौजूद थे।
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