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Up Kiran, Digital Desk: बिहार में पुलिस की कार्यशैली पर एक बार फिर सवाल उठ खड़े हुए हैं। नवादा जिले में हुई एक चौंकाने वाली घटना ने सबको हैरान कर दिया है जहाँ अदालत में पेशी के लिए लाए गए एक कैदी ने पुलिसकर्मियों की आँखों के सामने हथकड़ी छुड़ाई और फरार हो गया। पुलिसकर्मी सिर्फ खाली हथकड़ी पकड़े खड़े रह गए जो पुलिस व्यवस्था में व्याप्त घोर लापरवाही का एक और जीता-जागता उदाहरण है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार फरार कैदी की पहचान नवादा जिले के कौआकोल थाना क्षेत्र के कदहर गांव निवासी राकेश सिंह (लगभग 35 वर्ष) के रूप में हुई है। राकेश के विरुद्ध कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था जिसके बाद कौआकोल पुलिस ने उसे शुक्रवार 30 मई 2025 को अरेस्ट किया था। गिरफ्तारी के बाद राकेश को कोर्ट में पेशी के लिए नवादा भेजा गया।
राकेश के साथ एक और बंदी मुकेश कुमार भी था। दोनों को बी-सैप के जवान अमित काजी और चौकीदार कृष्ण किशोर प्रसाद के साथ कोर्ट लाया गया था। जब मुकेश को पेशी के लिए अंदर ले जाया गया तब राकेश को हथकड़ी लगाकर चौकीदार कृष्ण किशोर प्रसाद के हवाले छोड़ा गया था। यह एक ऐसा फैसला था जिस पर अब सवाल उठ रहे हैं।
हाथ में रह गई खाली हथकड़ी
इसी दौरान राकेश सिंह ने मौका पाकर अपनी हथकड़ी सरका दी और पलक झपकते ही पुलिसकर्मियों की पकड़ से निकलकर फरार हो गया। चौकीदार कृष्ण किशोर प्रसाद के हाथ में सिर्फ खाली हथकड़ी रह गई।
पुलिस की तलाश जारी जवाबदेही पर सवाल
इस गंभीर लापरवाही के बाद नगर थाना में 31 मई 2025 को एफआईआर दर्ज की गई है जिसका केस नंबर 589/25 है। राकेश सिंह के विरुद्ध मामला दर्ज कर उसकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है मगर अब तक उसे अरेस्ट नहीं किया जा सका है।
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