शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले की तहसील जलालाबाद में सिविल जज का कार्यालय है लेकिन विडंबना यह है इस कार्यालय में जलालाबाद क्षेत्र सर्किल के केवल परौर व कलान थाने के ही मुकदमा सुने जाते हैं जबकि तीन अन्य थाने जलालाबाद अल्लाहगंज बा मिर्जापुर के लोगों को शाहजहांपुर 50 से 60 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है।
गौरतलब है कि जलालाबाद क्षेत्र सर्किल में जलालाबाद अल्लाहगंज मिर्जापुर कलांन,परौर और आंशिक रूप से मदनापुर थाने का इलाका आता है, जिसकी सुनवाई के लिए सरकार ने जलालाबाद में मुंसिफ कोर्ट बस सिविल कोर्ट की स्थापना की है।
यहाँ पर एक जज साहब बैठते हैं जो केवल परौर और कलान थाने की मुकदमा ही सुनते हैं और निस्तारण करते हैं जबकि अन्य थाना क्षेत्र के ग्रामीणों व वकीलों को 50 से 60 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय पर जाना पड़ता है।
लोगों के मुकदमों की पैरवी व सुनवाई के लिए कई बार वकीलों ने हड़ताल भी की जिला जज और सुप्रीम कोर्ट से भी आग्रह किया। बावजूद इसके अभी तक इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
जलालाबाद सर्किल क्षेत्र के जनता की सबसे बड़ी समस्या है जिस पर जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों एवं सरकारों को ध्यान देना चाहिए। एक तरफ जहां सरकार जनता के लिए सस्ते और सुलभ न्याय का दावा करती है। वहीं दूसरी ओर जलालाबाद की जनता के साथ अन्याय किया जा रहा है जिसके लिए वकील लामबंद होना शुरू हो गए हैं।