जस्टिन ट्रूडो की करतूतों के बाद भारत और कनाडा के रिश्ते खराब हो गए हैं। दोनों मुल्कों का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। कनाडा के हर सवालों का भारत मुंहतोड़ जवाब दे रहा है। पहले कनाडाई राजनयिक को भारत ने दिल्ली से चलता कर दिया और फिर कनाडा के लिए वीजा पर रोक लगा दी। कनाडा के व्यापार पर भी असर पड़ा है। पूरी दुनिया में थू थू हो रही है। ट्रूडो खुद अपने ही देश के नेताओं और मीडिया के निशाने पर आ गए हैं।
यही वजह है कि कनाडा के तेवर नरम पड़ते दिख रहे हैं। पहले ट्रूडो ने अपने बयान पर सफाई दी और अब कनाडा के रक्षा मंत्री ने भी भारत को लेकर अलग सुर में बयान दिया है।
कनाडा के रक्षा मंत्री ने भारत के साथ रिश्तों को बताया अहम
रक्षा मंत्री बिल ब्लेयर ने भारत के साथ रिश्तों को अहम बताया है। बिल ब्लेयर ने कहा, इंडो पैसिफिक रणनीति अभी भी कनाडा के लिए जरुरी है और इससे क्षेत्र में सैन्य मौजूदगी बढ़ी है और आगे की गश्त क्षमताओं के लिए प्रतिबद्धताएं बढ़ी हैं। ये रणनीति उन सैन्य प्राथमिकताओं के लिए 5 वर्षों में 492.9 मिलियन डॉलर का योगदान देती है जो इस साल करीबन 2.3 बिलियन हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि हम समझते हैं कि भारत के साथ हमारे संबंधों के मामले में ये एक चुनौतीपूर्ण मुद्दा हो सकता है और साबित हुआ है। हालांकि कनाडाई रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि हम कानून का पालन करें और अपने नागरिकों की रक्षा करें और साथ ही ये सुनिश्चित करें कि हम पूरी जांच और सच्चाई तक पहुंचे। अगर आरोप सही साबित हुए तो कनाडा की धरती पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या हमारी संप्रभुता का उल्लंघन होगी और ये कनाडा के लिए बहुत बड़ी चिंता होगी।
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