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मरीज को ले जाते वक्त या मरीज को लाते समय एम्बुलेंस का इंतजार करना सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। ट्रैफिक में फंसने पर भी एंबुलेंस को रास्ता देना जरूरी है। ऐसा न करने पर जान की हानि हो सकती है। हालांकि, इसके बाद भी अक्सर कुछ लोग एंबुलेंस को रास्ता देते नजर नहीं आते हैं। ऐसा ही एक मामला हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में सामने आया है, जहां एक कार चालक ने एंबुलेंस को रास्ता देने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने कार चालक पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।

पुलिस ने इस मामले की सूचना देते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में बरठीं मुख्य चौक से अस्पताल जा रही एंबुलेंस को रास्ता न देने पर पुलिस ने कार मालिक पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। एंबुलेंस का सायरन सुनकर चौराहे पर ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने कार चालक से कार हटाने को कहा, मगर उसने कार नहीं हटाई। पुलिस ने बताया कि इसके बाद कार मालिक पर दस हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया।

एक तरफ कार चालक एंबुलेंस को रास्ता नहीं दे रहा था। तभी मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने पुलिस कर्मियों से अभद्रता शुरू कर दी। साथ ही समझाने के बाद भी वे नहीं माने। इस बीच करीब 15 मिनट तक मरीज एंबुलेंस में दर्द से चिल्लाता रहा। हालांकि इसके बाद भी कार चालक ने कोई बात नहीं सुनी। तलाई पुलिस थाना प्रभारी अमिता ने कहा कि कार चालक को सड़क पर कार पार्क करने और एम्बुलेंस को रास्ता नहीं देने के लिए जुर्माना लगाया गया है।

 

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