लखनऊ।। अयोध्या राम मंदिर के निर्माण का विवाद अभी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है, मंदिर निर्माण से पहले क्षत्रिय राजपूत महासभा ने अयोध्या में राजमहल बनाने की पहल शुरू कर दी है। संगठन के अध्यक्ष धर्म सिंह कुशवाहा का कहना है कि अब-तक राम मंदिर निर्माण के नाम पर हमें ठगा गया। अब इस मुद्दे पर श्रीश्री रविशंकर भी कूद पड़े हैं।
वो भी अयोध्या में विवादित स्थल के आस-पास एक भव्य राजमहल बनाने की कवायद कर रहे हैं। इसके लिये शनिवार से ही राम नगरी अयोध्या में दो दिवसीय अधिवेशन किया जा रहा है। इस अधिवेशन में देशभर के क्षत्रिय संगठनों को एक मंच पर बुलाकर इस मुद्दे पर सार्थक चर्चा कराये जाने की खबर है।
प्रेस-क्लब सभाकक्ष में दोपहर में क्षत्रिय राजपूत महासभा की ओर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में ‘करणी सेना’ के भी पदाधिकारी जुटे और एक साथ सभी ने योजना के बारे में जानकारी दी। पदाधिकारियों ने कहा कि रविवार को शाम 4 बजे अधिवेशन समाप्त होगा। इस दौरान राजमहल बनाने के नक्शे, भूमि और अन्य मसलों पर चर्चा की जायेगी।
इस सवाल पर कि क्या सरकार की ओर से इसके लिये परमीशन मिली है तो अध्यक्ष ने कहा कि विवादित धर्मस्थल का ढांचा गिराने के लिये भी तो सरकार ने अनुमति नहीं दी थी। चंदा भी किसी के परमीशन से नहीं जुटाया जा रहा था, फिर राजमहल बनाने के लिये किसी से पूछने या अनुमति लेने की क्या जरूरत है।