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उत्तराखंड स्थित रामनगर के रामदत्त जोशी राजकीय संयुक्त चिकित्सालय निरंतर खामियों को लेकर चर्चाओं में है, लेकिन स्थानीय जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों के अलावा सरकार में बैठे लोग भी जनता की इस गंभीर समस्या को लेकर पूरी तरह अनजान हैं। आपको बता दें कि रामनगर का सरकारी अस्पताल वर्तमान में पीपीपी मोड पर चल रहा है, लेकिन अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों को सुविधा ना मिलने के निरंतर आरोप लग रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मंगलवार की रात को सामने आया।

एक महिला ने आरोप लगाते हुए कहा कि वो मंगलवार की रात अस्पताल में प्रसव कराने के लिए गर्भवती महिला को लेकर पहुंची थी। महिला का आरोप है कि वहां मौजूद स्टाफ नर्सों द्वारा अभद्रता की गई तो वहीं नर्सों द्वारा ₹2,000 भी लिए गए। कम पैसे देने पर गर्भवती महिला के तीमारदारों के साथ अभद्रता करने का इल्जाम भी लगाया गया है।

महिला ने ये भी बताया कि प्रसव के दौरान महिला ने एक शिशु को जन्म दिया, लेकिन उसका आरोप है कि मौजूद स्टाफ द्वारा पीड़ित महिला के उपचार में लापरवाही की गई। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और बुधवार को उसे रैफर कर दिया गया। मामले में पीड़ित महिला के परिजनों ने दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। तो वहीं चिकित्सालय की सीएमएस डॉक्टर चंद्रा पंत ने बताया कि मामले की जांच के बाद आरोप सही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।

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