कुशीनगर॥ सघन निगरानी एवं त्वरित रिपोर्टिंग से ही खसरे (Measles) का उन्मूलन हो सकता है । इसके लिए जरूरी है कि सभी फ्रंट लाइन वर्कर्स नियमित भ्रमण के दौरान सघन निगरानी करें, यदि किसी बच्चे या व्यक्ति में बुखार के साथ शरीर में दानें दिखें तो इसकी त्वरित सूचना अपने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को दें तथा मरीज के उपचार में सहयोग प्रदान करें।
यह बातें जिला प्रतिरक्षण अधिकारी व डिप्टी सीएमओ डाॅ. संजय गुप्ता ने नगर के एक होटल में खसरा (Measles) उन्मूलन के लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला में कहीं।
उन्होंने कहा कि खसरे (Measles) की बीमारी में बुखार आता है। शरीर पर दानें पड़ते हैं। ऐसी बीमारियों से निजात पाने के लिए टीकाकरण जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण में मिली जानकारी के आधार पर सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी अपने अपने क्षेत्र की फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्रशिक्षित करें, ताकि फ्रंट लाइन वर्कर्स (एएनएम,आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता) नियमित भ्रमण के दौरान मिले ऐसे लक्षण वाले बच्चों व व्यक्तियों के बारे में त्वरित सूचना अपने संबंधित प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को दे सकें, ताकि ऐसे मरीजों का त्वरित उपचार शुरू हो सके।
उन्होंने कहा कि बच्चों को कई बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण कराया जाता है। ऐसे टीके में एक टीका मिजिल्स रूबेला का भी है जो खसरा (Measles) की रोकथाम के लिए सहायक होता है। टीका लगने से बुखार आने, कमजोरी होने तथा सूजन होने की भ्रांतियों को दूर करना होगा।
जनपद स्तरीय कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेन्द्र गुप्ता, डिप्टी सीएमओ डाॅ. वीपी पांडेय, एसीएमओ डाॅ. एसपी सिंह, एसीएमओ डाॅ. सुरेश गुप्ता, डाॅ.आनंद प्रकाश. डाॅ. संतोष गुप्ता, डाॅ.सूलेखा. डाॅ. एलबी यादव, डाॅ.सतीश, डाॅ. अब्दुल्लाह, डाॅ. स्वप्निल आदि ने प्रतिभाग किया। (Measles)