2024 लोकसभा चुनाव की सरगर्मी ने देश का सियासी तापमान बढ़ा दिया है। हरियाणा में कांग्रेस की सक्रियता से बीजेपी जीजीपी गठबंधन की सरकार काफी चिंता में नजर आ रही है। बीजेपी और जीजीपी के बीच टूट की खबरों ने भी कांग्रेस के हाथ को मजबूत कर दिया है। इस बीच बीजेपी, जीजीपी और आप के दर्जनों नेता कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। क्या है पूरी खबर आईये जानते हैं।
हरियाणा में अगले साल होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं। इस बीच राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के दलबदल का सिलसिला शुरू हो चुका है। बीजेपी, जीजीपी, आम आदमी पार्टी और अन्य पार्टियों के नेताओं ने कांग्रेस का दामन थाम लिया, जो राज्य में कांग्रेस की मजबूती की तरफ बड़ा संकेत है।
गुरुवार को राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के दिल्ली आवास पर सैकड़ों की संख्या में पार्टियों से आए नेताओं ने कांग्रेस पर विश्वास जताया। दीपेंद्र हुड्डा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवाई है। हरियाणा में बीजेपी जीजीपी गठबंधन के बीच चल रही खींचतान का फायदा कांग्रेस को मिलता दिखाई दे रहा है।
बीजेपी जीजीपी के नेताओं में इस बात का संदेह बना हुआ है कि बीजेपी बीजेपी का गठबंधन खत्म होगा या फिर गठबंधन मिलकर ही चुनाव लड़ेगा। जिसकी वजह से अब पार्टी के नेता कांग्रेस का रुख करने लगे हैं। दूसरा आप नेताओं को प्रदेश में पार्टी का जनाधार नजर नहीं आ रहा है, जिसकी वजह से वह भी पार्टी से किनारा कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस एक्टिव मोड में नजर आ रही है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया की चंडीगढ़ में बैठक का असर यह हुआ कि चार धड़ों में बंटी कांग्रेस अब एकजुट नजर आई।
--Advertisement--