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नई दिल्ली। बिहार की सियासत से बड़ी खबर सामने आयी है।  पप्पू यादव के नेतृत्व वाली जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय हो गया है। पप्पू यादव का सीमांचल में ठीकठाक प्रभाव है। पप्पू यादव मंगलवार रात राबड़ी आवास में आरजेडी प्रमुख लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी। लालू यादव ने पप्पू यादव को कांग्रेस के साथ जाने और पूर्णिया चुनाव लड़ने की सलाह दी थी। इसके बाद पटना से दिल्ली आकर पप्पू यादव ने अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में कर दिया।

गौरतलब है कि पप्पू यादव बिहार के पूर्णिया सीट से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। काफी दिनों से वह पूर्णिया में सक्रिय हैं और लगातार जनसभाएं भी कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक़ मगलवार रात को पप्पू यादव से मुक़ात की। काफी देर तक चर्चा के बाद लालू यादव ने पप्पू यादव से कहा कि अगर पूर्णिया से चुनाव लड़ना है, तो कांग्रेस में शामिल हो जाइये, या अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में करा दीजिए। लालू यादव की यह सलाह पप्पू यादव को कारगर लगी और उन्होंने कांग्रेस का हाथ थाम लिया।

लालू यादव से मुलाक़ात के बाद पप्पू यादव ने सोशल मीडिया एक्स एक पोस्ट शेयर कर लिखा, 'उनकी  पितातुल्य लालू यादव और भाई तेजस्वी के साथ एक पारिवारिक माहौल में मुलाकात हुई। इस मुलाकात में बिहार में बीजेपी को हराने की रणनीति पर चर्चा की गई। बिहार में गठबंधन को मजबूत करने और सीमांचल, कोसी, मिथिलांचल में सौ फीसदी सफलता पर चर्चा की गई'। इस पोस्ट के बाद ही पप्पू यादव को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया था।

बताते चलें कि पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन कांग्रेस से राज्यसभा सांसद हैं। कांग्रेस ने रंजीता रंजन को छत्तीसगढ़ से राज्यसभा भेजा था। पप्पू यादव माकपा विधायक अजीत सरकार की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी बनाये गए थे। हालांकि बाद में वह सबूतों के अभाव में बारी हो गए थे और जन अधिकार पार्टी का गठन किया था। 

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