राजस्थान 2023 इलेक्शन आखिरी पड़ाव पर है। सभी सियासी पार्टियों के दिग्गज अपनी-अपनी पार्टी के पक्ष में धांसू चुनाव प्रचार कर रहे हैं। कांग्रेस के आला नेता व राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत बीते 2 सालों से कह रहे हैं कि हम राजस्थान में हर बार सत्ता बदलने का रिवाज तोड़ेंगे और निरंतर दूसरी बार सरकार बनाकर नया रिकॉर्ड बनाएंगे।
सत्ता वापसी के लिए सीएम गहलोत मतदाताओं को लुभाने के लिए बीते बहुत वक्त से तरह-तरह की योजनाएं चला रहे थे। अब उन्होंने चुनावी ब्रह्मास्त्र के रूप में अपनी सरकार की तरफ से लोगों को सात गारंटी देने की घोषणा की है। साथ ही यह भी कहा है कि सरकार आने पर इन सातों गारंटी को लागू कर आम जनता को इनका फायदा पहुंचाया जाएगा।
किंतु जादूगर गहलोत के साथ वही बात हो रही है कि बहुत देर कर दी हुजूर आते-आते। राज्य की आवाम को गहलोत की गारंटी के ऊपर एतबार नहीं हो रहा है।
आवाम का कहना है कि सीएम गहलोत ने जब पूरे पांच साल निरंतर सरकार चलाई तब इन सब बातों पर अमल क्यों नहीं किया। अब गारंटी देकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। गहलोत सरकार ने प्रदेश के विद्युत ग्राहकों को घरेलू कनेक्शन पर 100 यूनिट प्रतिमाह मुफ्त उपलब्ध करवा रही है। मगर दूसरी ओर विद्युत कंपनियां बीते तीन वर्ष की ऑडिट के नाम पर बहुत से घरेलू ग्राहकों से बकाया वसूली के रूप में पांच हजार से बीस हजार रुपये तक का बकाया निकाल कर वसूल रही है। इससे लोगों का गहलोत सरकार के प्रति भरोसा डगमगा गया है। ऐसे में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
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