RLD अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह का कोरोना से निधन, PM ने जताया दुख, जानें इनका सियासी सफर

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नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह (86 वर्ष) का गुरुवार सुबह निधन हो गया। वे कोरोना संक्रमित हो गए थे और गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
Chaudhary Ajit Singh
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पुत्र और बागपत लोकसभा सीट से सात बार सांसद रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह का निधन हो गया। वे 22 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हो गए थे। फेफड़ों में संक्रमण बढ़ने से उनकी स्थिति काफी गंभीर हो गयी थी। यह संक्रमण इतनी तेजी से बढ़ा कि मंगलवार को उनकी हालत काफी बिगड़ गयी जिसके बाद उन्हें गुरुग्राम के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। बड़े जाट नेताओं में शुमार चौधरी अजित सिंह के निधन की खबर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उनके समर्थकों के बीच शोक की लहर दौड़ गयी है।

प्रधानमंत्री ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रालोद सुप्रीमो के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि वे हमेशा किसानों के हित में समर्पित रहे।  प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे हमेशा किसानों के हित में समर्पित रहे। उन्होंने केंद्र में कई विभागों की जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!”

चौधरी साहब नहीं रहे

रालोद के उपाध्यक्ष और अजित सिंह के पुत्र जयंत चौधरी ने ट्वीट कर कहा, “चौधरी साहब नहीं रहे।” उन्होंने एक अन्य ट्वीट में परिवार की ओर से जारी संदेश को साझा करते हुए कहा, चौधरी अजित सिंह 20 अप्रैल को कोरोना संक्रमित पाय गए थे और आज प्रातः उन्होंने अंतिम सांस ली। असीम दुःख की घड़ी है। अंतिम समय तक भी चौधरी साहब संघर्ष करते रहे!

चौधरी के परिजनों ने उनके समर्थकों से कोरोना के चलते घर पर ही रहने का आग्रह करते हुए कहा, जीवन पथ पर चलते हुए चौधरी साहब को बहुत लोगों का साथ मिला। ये रिश्ते चौधरी साहब के लिए हमेशा प्रिय थे। चौधरी साहब ने आप सबको अपना परिवार माना और आप ही के लिए हमेशा चिंता की। आज, इस दुःख व महामारी के काल में हमारी आप से प्रार्थना है की अपना पूरा ध्यान रखें, सम्भव हो तो अपने घर पर रहें और सावधानी जरूर बरतें। इससे देश की सेवा कर रहे डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी मदद मिलेगी और ये ही चौधरी साहब को आपकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। हम इस महामारी से जूझ रहे सभी परिवारों के प्रति अपनी भावपूर्ण संवेदना व्यक्त करते हैं।

लंबे समय तक वेस्ट यूपी की राजनीतिक धुरी रहे `छोटे चौधरी’

मेरठ। एक समय पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीतिक सियासत पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के परिवार के इर्द-गिर्द घूमती थी। लंबे समय तक रालोद मुखिया अजित सिंह वेस्ट यूपी की राजनीतिक धुरी रहे। गुरुवार सुबह कोरोना संक्रमण की वजह से चौधरी अजित सिंह का गुरुग्राम के अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डाॅ. दिनेश शर्मा ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।

अपने पिता पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के निधन के बाद 1986 में अजित सिंह ने राजनीति में कदम रखा। पेशे से इंजीनियर रहे अजित सिंह को उसी वर्ष राज्यसभा के लिए चुना गया। 1987 में उन्हें लोकदल का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। 1988 में अजित सिंह ने बागपत लोकसभा से पहली बार चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद वीपी सिंह सरकार में उन्हें केंद्रीय उद्योग मंत्री बनाया गया।

वे 1989 में जनता दल का प्रधान राष्ट्रीय महासचिव चुने गए।1991 में फिर से बागपत से लोकसभा सदस्य चुने गए। 1995 में अजित सिंह केंद्र सरकार में केंद्रीय खाद्य मंत्री बने। 1996 में बागपत से लोकसभा चुनाव जीते। 1997 में हुए उप चुनाव में बागपत से सांसद बने। 1999 में राष्ट्रीय लोकदल का गठन करके उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए। 1998 में वे लोकसभा का चुनाव हार गए। लेकिन 1999 में फिर से लोकसभा पहुंचे। 2001 में केंद्रीय कृषि मंत्री बनाए गए। 2004 और 2009 का लोकसभा चुनाव उन्होंने जीता। 2011 में यूपीए सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री बने।

1998 में टूटा था अजित सिंह का तिलिस्म

अजित सिंह को सबसे पहले 1998 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सोमपाल शास्त्री ने हराकर उनका राजनीतिक तिलिस्म तोड़ दिया। इसके बाद 1999 के चुनाव में अजित सिंह ने सोमपाल को पराजित करके अपनी हार का बदला लिया। 2014 में भाजपा के डाॅ. सत्यपाल सिंह ने अजित सिंह को करारी शिकस्त दी। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी अजित सिंह को मुजफ्फरनगर से हार का सामना करना पड़ा।

मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्रियों ने जताया शोक

चौधरी अजित सिंह के निधन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।

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