उत्तराखंड में धामी सरकार का बुलडोजर अब रेहड़ी ठेला लगाकर दो वक्त की रोटी कमाने वाले छोटे व्यापारी पर चलने वाला है। चमोली, गोपेश्वर में सड़क किनारे सालों से लगने वाले इन दुकानों को हटाने के आदेश दे दिए गए हैं। जिसके बाद गोपेश्वर का व्यापार संघ प्रशासन और सरकार के विरूद्ध आक्रोश व्यक्त कर रहा है।
प्रशासन से मिले नोटिस के बाद व्यापारी अपनी मांगों को लेकर डीएम के पास पहुंचे हैं। व्यापारियों का मत है कि पिछले कई दशकों से सैकड़ों छोटे व्यापारी रेहड़ी लगाकर अपना रोजगार कर रहे थे। जिसके लिए नगर पालिका परिषद गोपेश्वर को रोजाना तय बाजारी के अनुसार शुल्क भी भुगतान करते हैं, मगर अब उन्हें हटने का नोटिस मिला है।
वर्षों से नगर पालिका को शुल्क देने के बाद ही उन्हें अतिक्रमणकारी बताया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग द्वारा विगत तीन चार दिन पूर्व हमें एक नोटिस प्रदान किया गया है। जिसमें ये कहा गया है कि आप अतिक्रमण कर रहे हैं और आप इस जगह को खाली करवा दीजिए।
वही गोपेश्वर के मुद्दे पर नगर पालिका अध्यक्ष पुष्पा पासवान ने डीएम हिमांशु खुराना से बातचीत के बाद बताया कि जिला प्रशासन और नगर पालिका की ओर से ठेली और रेहड़ी के छोटे व्यापारी के लिए विकल्प तैयार करने के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है और जल्द उनके लिए नगर क्षेत्र में ही एक बाजार दिया जाएगा। हालांकि नगर पालिका अध्यक्ष की इस बात से फिलहाल व्यापारी संतुष्ट नहीं हैं।
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