नई दिल्ली। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) ने बड़ी बात कही है। मोहन भागवत ने कहा कि एक सच्चे स्वयं सेवक में अहंकार नहीं होता। वह दूसरों को नुकसान पहुंचाए बिना काम करता है। भागवत ने आगे कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में मर्यादा का ख्याल नहीं रखा गया। मोहन भागवत आरएसएस कार्यकर्ताओं के एक प्रशिक्षण शिविर के समापन के मौके पर बोल रहे थे।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के बाद मोहन भागवत ने पहली बार कोई टिप्पणी की है। भागवत ने कहा कि जो वास्तविक सेवक है, वो मर्यादा से चलता है। जो मर्यादा का पालन करके चलता है, वो कर्म करता है, लेकिन कर्मों में लिप्त नहीं होता। उसमें अहंकार नहीं आता कि ये मैंने किया है और वही सेवक कहलाने का अधिकारी भी होता है।
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव के दौरान मर्यादा का ख्याल नहीं रखा गया। भागवत ने कहा कि चुनाव एक लोकतांत्रिक प्रतिस्पर्धा है, युद्ध नहीं। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिए झूठ का सहारा नहीं लिया जाना चाहिए। राजनीतिक पार्टियां और नेता एक-दूसरे की बुराई कर रहे हैं। वे इस बात पर ध्यान नहीं दे रहे हैं कि इससे समुदायों के बीच दरार पैदा हो सकती है।
देश के सामने मौजूद समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत पर जोर देते हुए भागवत ने कहा कि मणिपुर पिछले एक साल से शांति स्थापित होने की प्रतीक्षा कर रहा है। मणिपुर की स्थिति पर प्राथमिकता के साथ विचार करना होगा। भागवत ने कहा कि मणिपुर में शान्ति स्थापित करने के प्रयास तुरंत शुरू करने चाहिए।
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