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क्या आपको पता है कि फिफ्टी परसेंट फ्रॉड जो इंडिया में होते हैं वो ऑनलाइन होते हैं और उसमें से ट्वेंटी सिक्स परसेंट इंडियंस ने ऐसे स्कैम में ₹10 लाख से ऊपर पैसे खोए हैं। आजकल मार्केट में एक नया स्कैम आया है जिसमें स्कैमर्स वॉट्सऐप की मदद से आपके पैसे लूटेंगे। तो आज हम आपको बताएंगे कि क्या है यह वॉट्सऐप स्कैम और कैसे कर सकते हैं आप अपना बचाव।

जब कोई नई टेक्नॉलजी मार्केट में आती है तो इंडिया उसे काफी तेजी से अडॉप्ट कर लेती है। सस्ते फोन्स और बढ़िया डेटा प्लान्स की मदद से लोग डिजिटल सर्विसेज जैसे यूपीआई, वॉट्सऐप ऐसी कई सारी चीजों का लाभ उठा सकते हैं। इसकी वजह से साइबर क्राइम भी काफी ज्यादा बढ़ गए हैं। पिछले कुछ साल में स्कैमर्स ऑनलाइन प्लैटफॉर्म जैसे फेसबुक और वॉट्सऐप का इस्तेमाल करते हैं।

लोगों की आइडेंटिटी चुराने के लिए और उसके बाद फिर वह उनकी फैमिली और फ्रेंड्स से पैसे लूटने की कोशिश करते हैं। कोलकाता पुलिस के साइबर सेल ने अवेयरनेस प्रोग्राम्स चालू किए हैं। सोशल मीडिया पर ताकि वह लोगों को ऑनलाइन स्कैम के बारे में एजुकेट कर सके, जिससे वह ऐसे स्कैम से अपना बचाव कर पाए।

अब हाल ही में जब इंडिया में वर्ल्ड योगा डे मनाया गया था तब स्कैमर्स ने इस दिन का फायदा उठाकर लोगों को स्कैम किया। उन्होंने लोगों को फ्री ऑनलाइन योगा सेशंस के लिंक्स भेजे। जब लोगों ने उस लिंक पर क्लिक किया तब उनसे ओटीपी सिर्फ डिजिट का मांगता। जैसे ही लोगों ने ओटीपी डाल दिया, स्कैमर्स को उनके वॉट्सऐप का एक्सेस मिल जाता है।

इसके बाद स्कैमर्स जिस यूजर का वॉट्सऐप हैक कर चुके हैं, उसको इम्पोर्ट करते हैं। उनके परिवार और दोस्तों को मेसेज करेंगे। ऐसे करके कि कोई एमरजेंसी में फंसे हुए हैं और उनसे उनके पैसे हड़प लेंगे। कई स्कैमर्स तो एक कदम और आगे हैं। वह लोगों को क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करने को फंसाते हैं। ऐसे स्कैम में कोई डिजिटल फुटप्रिंट नहीं होता है तो स्कैम हुए पैसे रिकवर करना इम्पॉसिबल हो जाता है।

कैसे बचें ऐसे वॉट्सऐप स्कैम से?

कभी भी कोई एक्सटर्नल लिंक जो आपको वॉट्सऐप या एसएमएस से मिलता है, उसे क्लिक न करें। जब तक आप श्योर नहीं है कि आपके काम का लिंक है, रैंडम या अननोन नंबर से आए लिंक्स को अवॉइड करें। अगर आपके फ्रेंड्स और फैमिली में से कोई भी आपसे पैसे मांगता है, तो उनसे कॉल या विडियो कॉल करके उनसे पहले कन्फर्म करें और फिर उन्हें पैसे भेजे। कभी भी जो आपको ओटीपी मिलता है, उसे मैसेज के थ्रू किसी के साथ शेयर न करें और टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन हर सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर इनेबल्ड रखें, ताकि जो आपका अकाउंट है, वह सिक्योर्ड रहे। 

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