भारत में कोरोना के नए वेरिएंट के मरीज मिल रहे हैं। अब कहा जा रहा है कि भारत समेत दुनिया के कई देशों में जेएन.1 के मरीज बढ़ रहे हैं। चीन समेत कई अन्य देशों में कोरोना के कारण अस्पतालों में भीड़ बढ़ गई है, संक्रमित लोगों की मौत के मामले भी सामने आ रहे हैं। भारत में बीते 20 दिनों से हर दिन औसतन 500 लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में 760 नए संक्रमण की पुष्टि हुई है। जेएन.1 वैरिएंट अब तक देश के करीबन 11 प्रदेशों में फैल चुका है, जिससे संक्रमित लोगों की कुल तादाद 511 हो गई है। देश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 4423 है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा कि संक्रमण का खतरा निरंतर बढ़ रहा है, इसलिए सभी को सावधान रहना चाहिए। बढ़ते मामलों के मद्देनजर केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से संक्रमण पर निरंतर नजर रखने को कहा है। फिलहाल केरल और कर्नाटक में संक्रमित मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है।
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र ने कहा कि पिछले 24 घंटों में देश में कोविड से पांच मौतें हुई हैं। हर दिन 4-5 लोगों की मौत हो रही है, हालांकि इनमें से अधिकतर लोगों को अन्य बीमारियां भी हैं।
संक्रमण के खतरे को देखते हुए कोविड टास्क फोर्स ने पॉजिटिव रिपोर्ट वाले लोगों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। जिन लोगों का कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव आया है, उन्हें पांच दिनों के लिए खुद को अलग-थलग करने की सलाह दी गई है। यह भी सुनिश्चित करें कि परिवार के सदस्य और सह-रुग्ण लोग घर पर मास्क पहनें और संक्रमित व्यक्ति से शारीरिक दूरी बनाए रखें।
टास्क फोर्स ने कहा कि नए कोविड सब-वेरिएंट JN.1 से बचाव के लिए, अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों और बुजुर्गों को भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना चाहिए और बाहर जाते समय मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। हालाँकि इन नियमों को सार्वजनिक रूप से लागू करने की कोई आवश्यकता नहीं है, मगर सभी को सुरक्षा एहतियात के तौर पर उचित कोविड व्यवहार का पालन करना जारी रखना चाहिए।
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