Sawan 2022: शिवलिंग पर इस तरीके से अर्पित करें अक्षत, पूरी होगी हर मनोकामना

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हिंदू धर्म में पूजा-पाठ करते वक्त अक्षत चढ़ाना शुभ मानते हैं। धार्मिक शास्त्रों में भी बताया गया है कि किसी भी मांगलिक कार्यों में चढ़ाये जाने वाले कच्चे चावलों को अक्षत कहते हैं। माना जाता है कि पूजा में अक्षत अर्पित करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है और भगवान प्रसन्न होकर भक्त पर अपनी कृपा बरसाते हैं। भगवान शिव की कृपा पाने के लिए शिवलिंग पर भी अक्षत यानी कच्चा चावल चढ़ाना शुभ माना गया है लेकिन शिवलिंग पर चावल अर्पित करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद आवश्यक होता है। आइये जानते हैं वे बातें…

नहीं चढाने चाहिए टूटे चावल

ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि बिना टूटे हुए चावल के अक्षत कहते हैं। अक्षत में कभी भी टूटे चावल शामिल नहीं होते है। यदि आप पूजा में टूटे हुए चढ़ाते हैं तो इससे पूजा का पूर्ण फल नहीं प्राप्त होता है।

यूं अर्पित करें शिवलिंग पर अक्षत

ज्योतिषी बताते हैं कि शिव जी की अक्षत अर्पित करने के बाद ही पूजा पूरी मानी जाती है इसलिए भगवान शिव को मुट्ठी भर चावल अर्पित करने चाहिए। अगर आप मुट्ठी भर चावल नहीं अर्पित कर पा रहे हैं तो 5 से 7 दानें भी अर्पित किए जा सकते हैं।

अक्षत अर्पित करने का सही तरीका

धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि कभी भी अक्षत को अकेले अर्पित नहीं करना चाहिए। इसके साथ फूल, अबीर, रोली आदि भी चढ़ाएं। शिवलिंग पर चावल अर्पित करते समय हाथ की मध्यमा और अनामिका उंगली के साथ अंगूठे का इस्तेमाल करें। इस दौरान अक्षताश्च सुरश्रेष्ठ कुंकमाक्ता: सुशोभिता:. मया निवेदिता भक्त्या: गृहाण परमेश्वर॥ मंत्र का उच्चारण करें। इस विधि के साथ अर्पित किए अक्षत से आपकी पूजा पूर्ण मानी जाएगी और भगवान शिव भी प्रसन्न होंगे।

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