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Up Kiran, Digital Desk: इंग्लैंड के विरुद्ध एजबेस्टन टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारतीय गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने ऐसा कमाल दिखाया कि उनके प्रदर्शन की चर्चा हर तरफ हो रही है। इस मुकाबले में सिराज ने अपनी जबरदस्त गेंदबाजी से इंग्लैंड की मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप को काफी परेशान कर दिया। उनकी मेहनत और प्रभावशाली प्रदर्शन ने भारतीय टीम को बड़े लाभ में ला दिया।

तीसरे दिन की शुरुआत में ही सिराज ने पहले ओवर में दो महत्वपूर्ण विकेट हासिल कर इंग्लैंड की स्थिति को कमजोर कर दिया। उन्होंने जो रूट (22) और बेन स्टोक्स (0) को आउट करते हुए इंग्लैंड का स्कोर 84/5 कर दिया। हालांकि इसके बाद जेमी स्मिथ और हैरी ब्रूक ने 368 गेंदों में मिलकर 303 रनों की अभूतपूर्व साझेदारी की जो इस मैदान पर एक रिकॉर्ड है। फिर भी इंग्लैंड की टीम अंततः 407 रन पर अपनी पारी समाप्त कर पाई।

सिराज के साथ युवा तेज गेंदबाज आकाश दीप ने भी शानदार प्रदर्शन किया। बुमराह की गैरमौजूदगी में मौका पाने वाले आकाश ने 4 विकेट लेकर अपनी छाप छोड़ी। इस टेस्ट मैच में सिराज ने कुल 6 विकेट लिए और टीम इंडिया की जीत की संभावनाओं को मजबूत किया।

आंकड़ों पर एक नजर

सिराज के करियर के आंकड़े भी इस मैच के बाद खासे ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। खास बात यह है कि जब वह जसप्रीत बुमराह या मोहम्मद शमी के बिना मैदान पर उतरते हैं तो उनका प्रदर्शन और भी बेहतर होता है। बुमराह के साथ खेले गए 23 टेस्ट में उनका गेंदबाजी औसत 33.82 रहा है लेकिन बुमराह के अभाव में 15 मैचों में यह औसत 25.20 तक गिर जाता है जो उल्लेखनीय सुधार है।

शमी के साथ खेले गए 9 टेस्ट मैचों में सिराज का औसत 34.96 रहा जबकि जब दोनों – बुमराह और शमी – के साथ खेलते हैं तब 6 मैचों में उनका औसत 33.05 रहता है। सबसे रोचक तथ्य यह है कि जब सिराज ने बिना बुमराह और शमी के 12 टेस्ट मैच खेले तब उनका औसत 22.27 रहा जो उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ औसत माना जाता है।

इस आंकड़े से यह स्पष्ट होता है कि जब सिराज को 'लीड बॉलर' की भूमिका सौंपी जाती है तब वह और भी बेहतर प्रदर्शन करते हैं। यह उनकी जिम्मेदारी लेने की क्षमता और दबाव में खिलने की प्रतिभा को दर्शाता है। मैच के बाद सिराज ने खुद भी स्वीकार किया कि उन्हें जिम्मेदारी संभालना पसंद है और इसी से उनकी गेंदबाजी में निखार आता है।

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