Shani Dev: इन राशियों पर चल रही है शनि की साढ़े साती, जानें कब मिलेगी मुक्ति

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ज्योतिषशास्त्र में शनि को बेहद कष्ट देने वाला ग्रह माना गया है। कहते हैं जिस पर शनि की साढ़ेसाती और ढैया का प्रकोप होता है उसे बाहर सारे कष्ट झेलने पड़ते हैं। माना जाता है कि शनि की इस दशा में मनुष्य को कई तरह की शारीरिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस समय शनि देव मकर राशि में विराजमान हैं जिसका कुछ राशियों पर अनुकूल तो कुछ राशियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।

shani ki sadhe sati

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार इस साल यानी 2021 में शनिदेव ने कोई राशि परिवर्तन नहीं किया है। इस वर्ष शनि देव सिर्फ नक्षत्र परिवर्तन कर रहे हैं। वर्तमान समय में शनि देव श्रवण नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं। पंचांग के अनुसार शनि का राशि परिवर्तन अगले वर्ष यानी 2022 में होगा।

शनि वक्री

शनिदेव वर्तमान समय में मकर राशि में मौजूद हैं और वक्री चाल चल रहे हैं। बीते 23 मई को शनि वक्री हुए थे। अब एक बार फिर वह मार्गी होने जा रहे हैं। ज्योतिषशास्त्र के मुताबिक आने वाले 11 अक्टूबर को शनि मकर राशि में ही मार्गी होने जा रहे हैं।

शनि की साढ़ेसाती

इस समय धनु, मकर और कुंभ राशि के जातक शनि के साढ़े साती की चपेट में हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि ग्रह जब जन्म राशि से पहले, दूसरे और 12वें भाव में हो तो शनि की साढ़ेसाती की स्थिति बनती है। शनि की तीन चरण बताए गए हैं। धनु राशि पर इस समय शनि की साढ़ेसाती का तीसरा चरण चल रहा है, जबकि मकर राशि पर मध्य और कुंभ राशि पर पहला चरण चल रहा है। मान्यता है कि शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण अधिक परेशान करता है। साढ़ेसाती के तीसरे चरण में शनि देव शुभ कार्यों का फल देते हैं और जातक की स्थिति में सुधार करने लगते हैं।

धनु राशि को मिलने वाले है मुक्ति

शनि देव अगले वर्ष यानि 29 अप्रैल 2022 को स्थान परिवर्तन करेंगे। वह मकर राशि को छोड़कर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे तब धनु राशि के जातकों को साढ़े साती में मुक्ति मिल जाएगी लेकिन 12 जुलाई 2022 को शनि वक्री होकर फिर से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। 17 जनवरी 2023 को धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से पूरी तरह मुक्ति मिल जाएगी।

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