Shani Dosh Niwaran Ratna : ज्योतिष शास्त्र में रत्नों का भी विशेष महत्व बताया गया है। कहते हैं रत्न किसी न किसी ग्रह से संबंधित होते हैं और व्यक्ति की जीवन पर प्रभाव डालते हैं। कई बार ऐसा होता कि इंसान मेहनत तो बहुत करता है लेकिन किसी न किसी वजह से उसे सफलता नहीं मिलती और उसके जीवन में हमेशा आर्थिक तंगी बनी रहती है। ऐसे में हम खुद को दोष देने लगते हैं और अपनी ही मेहनत व् काबिलियत पर शक करने लगते हैं लेकिन कई बार इसके पीछे ग्रहों की खराब दशा भी हो सकती है।
ग्रहों को खराब दशा को ठीक करने के लिए ज्योतिषी उस ग्रह से संबंधित रत्न धारण करने की सलाह देते हैं जिससे ग्रह को शांत किया जा सके और उसके अशुभ प्रभाव को कम किया जा सके। आज हम आपको एक ऐसे ही रत्न के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे धारण करके शनिदेव को प्रसन्न किया जा सकता है। (Shani Dosh Niwaran Ratna)
रत्न शास्त्र में जमुनिया रत्न के बारे में बताया गया है। कहते हैं जमुनिया शनि ग्रह का रत्न (Shani Dosh Niwaran Ratna) है। इस रत्न को धारण करने से शनिदेव खुश होते हैं और व्यक्ति अपने कार्य के प्रति अधिक समर्पित हो जाता है जिससे सफलता मिलने लगती है। ज्योतिषी बताते हैं कि इस खास रत्न को धारण करने से व्यापार में हो रहे नुकसान से राहत मिलती है। साथ ही नौकरी व करियर में आ रही रुकावट भी दूर हो होती।
इस रत्न को पहनने से घर से नेगेटिव एनर्जी दूर रहती है और रीढ़ की हड्डी, घुटने या हड्डियों में दर्द जैसी समस्याओं से भी निजात मिलती हैशनि ग्रह से संबंधित इस रत्न (Shani Dosh Niwaran Ratna) को शनिवार के दिन धारण करना शुभ होता है। यह रत्न चमकीले नीले रंग का होता है और नीलम रत्न की तरह ही दिखता है। हालांकि ये नीलम की तरह कीमती नहीं होता इसलिए इसे धारण करना आसान होता है।
धारण करने की विधि (Shani Dosh Niwaran Ratna)
नीली जमुनिया रत्न (Shani Dosh Niwaran Ratna) को शनिवार के दिन चांदी के लॉकेट या अंगूठी में पहनना शुभ फलदायी माना जाता है। इस रत्न को धारण करने से पहले इसे सरसों के तेल में भिगोकर रखन चाहिए और फिर उसे गंगाजल से शुद्ध कर 108 बार शनि मंत्र का जाप करके दाएं हाथ की मध्यमा उंगली में धारण कर लेना चाहिए।
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