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Up Kiran , Digital Desk: उत्तराखंड के बिजली उपभोक्ताओं के लिए यह एक राहत भरी खबर है। पिछले कुछ दिनों से राज्य में हो रही लगातार बारिश के कारण बिजली उत्पादन में जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गई है। इस बीच, पिछले दो दिनों में खिली तेज धूप के चलते बिजली की मांग में भी इजाफा हुआ है। हालांकि, उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) ने फिलहाल राज्य में कहीं भी घोषित या अघोषित बिजली कटौती से साफ इनकार किया है, जिससे उपभोक्ताओं ने राहत की सांस ली है।
पिछले साल के मुकाबले बेहतर स्थिति
इस वर्ष, UPCL बिजली की मांग के अनुरूप आपूर्ति बनाए रखने में पिछले वर्ष की तुलना में काफी बेहतर स्थिति में है। पिछले साल मई माह में बिजली की अधिकतम मांग लगभग 6.2 करोड़ यूनिट तक पहुंच गई थी, जबकि औसत मांग 5.1 करोड़ यूनिट दर्ज की गई थी। मई के शुरुआती दो हफ्तों में ही बिजली की मांग 5.2 करोड़ यूनिट के आंकड़े को छू गई थी, जिससे बिजली व्यवस्था पर दबाव बना था। इसके विपरीत, इस वर्ष मई के शुरुआती दो हफ्तों में बिजली की मांग पांच करोड़ यूनिट के आसपास बनी हुई है, जो अपेक्षाकृत कम है।
बढ़ती मांग के बावजूद पर्याप्त बिजली
पिछले तीन दिनों में राज्य में बिजली की मांग में तेजी से वृद्धि हुई है। 11 मई को बिजली की मांग 4.4 करोड़ यूनिट थी, जो 12 मई को बढ़कर 4.8 करोड़ यूनिट और 13 मई को लगभग 5 करोड़ यूनिट तक पहुंच गई। इसके बावजूद, UPCL के निदेशक परिचालन एमआर आर्य ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल मांग के सापेक्ष पूरी बिजली उपलब्ध है और कहीं भी किसी प्रकार की कटौती नहीं की जा रही है। यह बयान उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है, जो अक्सर गर्मियों में बिजली कटौती की समस्या से जूझते हैं।
बारिश बनी वरदान, बढ़ा जलविद्युत उत्पादन
राज्य में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश बिजली उत्पादन के लिए वरदान साबित हुई है। उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (UJVNL) के अधिकारियों के अनुसार, बारिश और पहाड़ों पर बर्फ पिघलने की प्रक्रिया तेज होने के कारण जलविद्युत उत्पादन में significant वृद्धि हुई है। वर्तमान में बिजली उत्पादन 1.6 करोड़ यूनिट के आंकड़े को पार कर चुका है। अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में यह आंकड़ा दो करोड़ यूनिट को भी पार कर जाएगा, जिससे राज्य की बिजली आपूर्ति और भी मजबूत होगी।
कुल मिलाकर, उत्तराखंड में बिजली की स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। बारिश ने जहाँ एक ओर बिजली उत्पादन को बढ़ाया है, वहीं UPCL मांग और आपूर्ति के बीच संतुलन बनाए रखने में सफल रहा है। ऐसे में, उपभोक्ताओं को फिलहाल बिजली कटौती की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। यह निश्चित रूप से राज्य के नागरिकों और उद्योगों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
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