तो क्या बिहार में फिर से होंगे विधानसभा चुनाव? चिराग पासवान ने किया ये बड़ा दावा

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पटना। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) प्रमुख चिराग पासवान ने शनिवार को बिना भाजपा का नाम लिये कहा कि हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी ने बिना किसी गठबंधन और स्टार प्रचारकों की फौज के अपने दम पर 24 लाख वोट लायी है और एक सीट जीती है। यह लोजपा के विस्तार औऱ मजबूती का प्रतीक है। लोजपा के स्थापना दिवस पर चिराग पासवान ने एक पत्र लिखकर ये बातें कहीं हैं।

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शनिवार को लोजपा अध्यक्ष व जमुई सांसद पासवान ने पत्र में लिखा है कि पापा (रामविलास पासवान) अब हमारे बीच नहीं हैं, जिससे हम सभी को अपूरणीय क्षति हुई है। बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी को 24 लाख वोट और लगभग 6 प्रतिशत मत अकेले प्राप्त हुए हैं, जो लोजपा के विस्तार को साफ दिखाता है। बिहार में पार्टी ने बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के साथ कोई समझौता नहीं किया। उन्होंने लिखा है कि बिहार विधानसभा चुनाव में जाने से पूर्व पार्टी के पास दो विकल्प थे। पहला, बिहार से छह लोकसभा और एक राज्यसभा सांसद होने के बावजूद गठबंधन द्वारा दी जा रही मात्र 15 सीटों पर चुनाव लड़े। दूसरा, अधिकांश सीटों पर फ्रेंडली फाइट करें। लोजपा संसदीय बोर्ड ने दूसरा रास्ता चुना औऱ बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी ने बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट संकल्प के साथ अकेले 135 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे।

चिराग ने लिखा है कि 2015 का विधानसभा चुनाव लोजपा ने गठबंधन के साथ मिलकर लड़ा था, जिसमें पार्टी मात्र 2 सीट जीत पाई थी। मुझे गर्व है कि अकेले अपने झंडे के नीचे चुनाव लड़कर पार्टी ने एक मजबूत जनाधार बनाया है। हमारी लड़ाई बिहार पर राज करने की नहीं, बल्कि बिहार को बेहतर बनाकर उस पर नाज करने की मुहिम में पार्टी लगी है, जिसके लिए पार्टी ने खुद संघर्ष का रास्ता चुना।

पत्र में उन्होंने कहा है कि पार्टी ने बूथ स्तर तक एक करोड़ सदस्यता अभियान का लक्ष्य रखा था और अकेले 50 लाख सदस्य बिहार में बनाने थे, जिसे पूरा करने में सभी ने योगदान दिया। उसी का नतीजा है कि पार्टी ने बिना गठबंधन स्टार प्रचारकों की फौज के अपने दम पर बिहार में 24 लाख वोट हासिल किया। चुनावी जनसभाओं में कार्यकर्ताओं का उत्साह देखने लायक था। आज मैं यकीन के साथ कह सकता हूं कि बिहार में 24 लाख लोग पापा की स्थापित पार्टी की मशाल मजबूती से थामे हुए हैं।

पापा हमेशा चाहते थे कि पार्टी अकेले दम पर चुनाव लड़े:

जमुई सांसद चिराग पासवान ने पत्र में लिखा है कि पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान जी ने पिछले साल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी मुझे सौंपी थी। उन्हीं दिनों पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी को मजबूत बनाने के लिए उन्होंने एक सपना देखा था। पापा हमेशा चाहते थे कि बिना किसी गठबंधन के पार्टी अकेले दम पर चुनाव लड़े ताकि पार्टी की नींव को मजबूत किया जा सके।

2020 के चुनाव में यह साबित कर दिया कि लोजपा के पास एक मजबूत जनाधार है, जो आने वाले चुनाव में पार्टी को नई ऊंचाइयों तक लेकर जाएगा। लक्ष्य की प्राप्ति के लिए ताकत और मेहनत के साथ आज ही जुटना होगा। चुनाव में हार-जीत अपनी जगह है। बिहार में इस बार के चुनाव में पार्टी सभी जिलों तक पहुंच गई है और हर सीट पर वोटों का इजाफा हुआ है। जो यह दर्शाता है कि हमारी पार्टी का जनाधार पहले की अपेक्षा मजबूत हुआ है।

पार्टी के बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्यूमेंट को जमकर सराहा गया

लोजपा अध्यक्ष ने पत्र में कहा है कि पार्टी के बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्यूमेंट को जमकर सराहा गया है। अत: कोई कारण नहीं है जो हमें भविष्य में अपने लक्ष्य पर पहुंचने से रोक दे। लक्ष्य की प्राप्ति के लिए और अधिक मेहनत व लगन के साथ सभी को तैयारी करनी होगी। बिहार विधानसभा के अगले चुनाव 2025 से पहले भी हो सकते हैं। जिस तरीके से मौजूदा परिस्थिति में बिहार में सरकार चल रही है, पार्टी की तमाम सीटों पर अपनी मजबूत तैयारी रखें।

हम सभी को 243 विधानसभा क्षेत्र की तैयारियों में लग जाना चाहिए ताकि सभी 243 सीटों पार्टी बिहार के लिए अपना विजन रख पाए। हम सभी लोजपाई पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान के आशीर्वाद से बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के संकल्पित लक्ष्य को प्राप्त करेंगे।

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