डॉक्टर सिद्धार्थ चौधरी से मारपीट के आरोप से सुर्खियों में आए कानपुर के करौली बाबा संतोष सिंह भदौरिया पर एक और आरोप लगा है। झारखंड से उपचार कराने आए एक परिवार ने अब करौली आश्रम पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। परिवार अपने छोटे बेटे का इलाज कराने करौली आश्रम आया था, मगर हैरान कर देने वाली घटना तब हुई जब परिवार का मुखिया और बीमार लड़का आश्रम से लापता हो गया।
आरोप के मुताबिक, झारखंड के देवघर का एक परिवार 24 जनवरी को अपने बेटे का उपचार कराने के लिए करौली आश्रम आया था। यह परिवार करौली शंकर महादेव के दरबार में पहुंचा था। करौली शंकर महादेव ने होम-हवन करने का सुझाव दिया था। आश्रम की ओर से कहा गया कि डेढ़ लाख रुपए का पेमेंट किया जाए। 25 जनवरी को परिवार की ओर से 30 लाख रुपये की लागत से अंतिम संस्कार किया गया।
घर लौटने के दूसरे दिन यानी 26 जनवरी को बीमार लड़का लापता हो गया। फिर 27 जनवरी को परिवार का मुखिया अचानक गायब हो गया। तत्पश्चात, घरवालों की ओर से दोनों की तलाश शुरू की गई। करीब 10 दिन बाद आश्रम से 150 किलोमीटर दूर एक गांव में एक मानसिक रूप से बीमार लड़का मिला। परिजन उसे वापस ले आए, मगर पिता का कहीं पता नहीं चला। इसके बाद घरवालों ने नौ फरवरी को कानपुर के विधानू थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। दो माह बीत जाने के बाद भी पिता लापता है।
कानपुर पुलिस के एक अफसर ने कहा, "हम मामले की जांच कर रहे हैं, हम सभी जरुरी जांच करेंगे।"
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