
World Bicycle Day. कभी संपन्नता का प्रतीक रही साइकिल आज लोगों की सेहत सुधार रही है। साइकिल चलाकर लोग अपना स्वास्थ्य तो सुधार ही रहे हैं, व्यापारियों के लिए भी साइकिल आर्थिक लाभ का साधन बन रही है। मेरठ में लोग प्रोफेशनल तौर पर भी साइकिल को अपना रहे हैं। (World Bicycle Day)
सम्मान की बात थी साइकिल की सवारी
एक दौर में साइकिल का रुतबा बहुत था। अधिकारी और पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी साइकिल से ही करते थे। चुनाव प्रचार में भी साइकिल का प्रयोग होता था। दहेज में घड़ी, अंगूठी, रेडियो और साइकिल का मिलना संपन्नता की निशानी माना जाता था और साइकिल के मालिक का बड़ा सम्मान होता था। 1980 के दौर में लोग लंबे सफल भी साइकिल पर किया करते थे। (World Bicycle Day)
समाजसेवी शीलेंद्र ने बताया कि पुराने वक्त में साइकिल चलाने वाले का समाज में बड़ा सम्मान होता था। वर्ष 2000 के आसपास तक साइकिल चलाना गर्व की बात मानी जाती थी। स्कूटर और मोटरसाईकिल का बाजार बढ़ने से लोगों ने साइकिल चलाना कम कर दिया।
इंग्लैंड से मंगवाई जाती थी साइकिल
एक वक्त बहुत ही साधारण साइकिल बाजार में आती थी, मगर समय बदलने के साथ ही साइकिल के नए-नए उत्पाद सामने आए। इनकी कीमत भी बढ़ती चली गई। पहले इंग्लैंड से साइकिल मंगवाई जाती थी। जिला मेरठ कैमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज अग्रवाल बताते हैं कि 1948 में उनके दादा ने इंग्लैंड से साइकिल मंगवाकर मेरे पिता को दी थी। अब भारत के बाजारों में नए फीचर्स में साइकिल बिकती है। साइकिल विक्रेता हसन सिद्दीक का कहना है कि इस समय बाजार में चार हजार रुपए से लेकर पांच लाख रुपए तक की हाइप्रोफाइल साइकिल मौजूद है। साइकिल के शौकीन इन साइकिल को बड़े चांव से खरीद रहे हैं। (World Bicycle Day)
निरंतर बढ़ रहा साइकिल का कारोबार
पिछले दो-तीन सालों में साइकिल की बिक्री एक बार फिर से बढ़ी है। मेरठ साइकिल डीलर्स एसोसिएशन के महामंत्री विनय गोयल बताते हैं कि एक समय साइकिल कारोबार बहुत नीचे चला गया था। समय बदला और फिर से साइकिल बाजार में रौनक लौट आई है। साइकिल चलाना फिर से स्टेट्स सिंबल बन रहा है। इसके लिए लोग महंगी साइकिल खरीदने से भी गुरेज नहीं कर रहे। खासकर स्पोट्र्स लुक की साइकिल ज्यादा बिक रही है। मेरठ जनपद में लगभग तीन करोड़ रुपए सालाना का साइकिल बिक्री का कारोबार हो रहा है। (World Bicycle Day)
लंबी यात्राएं कर रहे साइकिल के शौकीन
मेरठ में साइकिल से लंबी यात्रा करने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। मेरठ के जाने-माने चिकित्सक डाॅ. अनिल नौसरान साइकिल से लंबी यात्राएं करते हैं। दो जून की शाम छह बजे उन्होंने मेरठ से यात्रा शुरू की और 376 किलोमीटर की यात्रा करने का लक्ष्य रखा है। इससे पहले वे मेरठ से मुम्बई, कोलकाता, शिमला, मसूरी, नैनीताल, प्रयागराज, जयपुर, अयोध्या, मथुरा की यात्रा कर चुके हैं। (World Bicycle Day)
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