आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की मीटिंग के फैसले की आज घोषणा की गई। कई लोगों के मन में सवाल थे कि लोन की मासिक किस्तें बढ़ेंगी और जारी रहेंगी. हालांकि, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आम आदमी को राहत देते हुए रेपो रेट को बदलाव ना करने की घोषणा की है।
शक्तिकांत दास ने बताया कि पटधोरन समिति के सभी सदस्यों ने दरों को स्थिर रखने के पक्ष में अपनी राय दी है. इस बीच सितंबर महीने में महंगाई दर में कमी की संभावना जताई गई है.
एमपीसी की मीटिंग बुधवार को शुरू हुई. इस क्षेत्र के विशेषज्ञों ने पहले राय जताई थी कि मीटिंग में रेपो रेट को 6.5 % पर बरकरार रखने का निर्णय़ लिया जा सकता है.
अगस्त की मीटिंग से लेकर मौजूदा मीटिंग के बीच महंगाई बढ़ी है. ग्रोथ भी मजबूत है. वैश्विक मानक थोड़े प्रतिकूल हैं। इसलिए अमेरिकी फेडरल रिजर्व अपना आक्रामक रुख बरकरार रखे हुए है. हालाँकि, कुछ राहत मिली है क्योंकि अगस्त के बाद से कृषि उपज की कीमतों में कमी आई है।
--Advertisement--