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Up kiran,Digital Desk : दोस्तों, अगर आप शेयर बाजार में पैसा लगाते हैं या मार्केट को ट्रैक करते हैं, तो आज का गुरुवार (27 नवंबर) आपके लिए जश्न मनाने वाला है। भारतीय शेयर बाजार में बुल्स (तेजड़िए) की पकड़ इतनी मजबूत हो गई है कि बाजार ने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और एक नई ऊंचाई पर अपना झंडा गाड़ दिया है।

महीनों की उठा-पटक के बाद, बाज़ार ने यह साबित कर दिया है कि लंबी अवधि में भारतीय इकोनॉमी का ग्राफ ऊपर ही जाने वाला है। आइये आसान शब्दों में समझते हैं कि आज बाज़ार में क्या खास हुआ और इसका आपके पोर्टफोलियो पर क्या असर पड़ेगा।

सेंसेक्स और निफ्टी का 'ऑल-टाइम हाई'

गुरुवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 416.67 अंकों की शानदार छलांग लगाकर 86,026.18 के स्तर पर पहुंच गया। यह सेंसेक्स के इतिहास का अब तक का सबसे ऊंचा लेवल है। आपको याद दिला दें कि इससे पहले 27 सितंबर 2024 को सेंसेक्स ने रिकॉर्ड बनाया था, जो आज टूट गया।

दूसरी तरफ, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी किसी से कम नहीं रहा। निफ्टी ने भी 100 से ज्यादा अंकों की बढ़त ली और 26,306.95 के जादुई आंकड़े को छू लिया।

क्यों आई बाजार में इतनी तेजी? (तेजी की 3 बड़ी वजहें)

  1. विदेशी निवेशकों (FIIs) की वापसी: जो विदेशी निवेशक पहले बिकवाली कर रहे थे, उन्होंने बुधवार को लगभग 4,778 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। वहीं हमारे घरेलू निवेशकों (DIIs) ने भी 6,000 करोड़ से ज्यादा की खरीदारी की। जब दोनों तरफ से पैसा आता है, तो बाजार भागता ही है।
  2. अमेरिकी फेडरल रिजर्व: अमेरिका से खबर आ रही है कि वहां ब्याज दरों में कटौती हो सकती है। इसका सीधा असर दुनिया भर के बाज़ारों पर पॉजिटिव पड़ता है।
  3. कच्चा तेल और शांति की उम्मीद: ग्लोबल मार्किट में क्रूड ऑयल (कच्चा तेल) के दाम गिरकर 62 डॉलर के आसपास आ गए हैं, जो भारत के लिए बहुत अच्छी खबर है। साथ ही, रूस-यूक्रेन के बीच शांति समझौते की उम्मीद भी निवेशकों का हौसला बढ़ा रही है।

12 साल में पैसा 4 गुना!

अगर आप पुराने आंकड़े देखेंगे तो हैरान रह जाएंगे। एक दशक पहले जिस निफ्टी को 6000 का आंकड़ा छूने में पसीने आते थे, आज वो 26,000 के पार है। यानी पिछले 12 सालों में मार्किट 400% से ज्यादा चढ़ चुका है। इतिहास गवाह है कि 1979 के बाद से सेंसेक्स हर दशक (10 साल) में लगभग चार गुना बढ़ा है। जिसने भी लम्बे समय के लिए निवेश किया, उसने मोटा मुनाफा कमाया।

भविष्यवाणी: 2030 तक 50,000 का होगा निफ्टी?

बाजार की इस चाल को देखते हुए जानकारों का कहना है कि यह तो बस शुरुआत है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर इकोनॉमी की रफ़्तार ऐसी ही रही, तो साल 2030 तक निफ्टी 50,000 के स्तर को भी छू सकता है। भले ही बीच-बीच में थोड़ी गिरावट आए, लेकिन ट्रेंड पॉजिटिव ही रहेगा।