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Success Story: बिहार लोक सेवा आयोग प्रतियोगी परीक्षा का अंतिम परिणाम 26 नवंबर को घोषित किया गया था। इसमें सीतामढी जिले के उज्जवल कुमार उपकार ने टॉप किया है। ये जिले के रायपुर गांव का रहने वाला है। उज्जवल कुमार की सफलता की यह कहानी एक सामान्य मध्यम वर्गीय परिवार के युवक की कहानी है। उनके पिता सुबोध कुमार गांव के बच्चों को पढ़ाते हैं और उनकी मां आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हैं।

डीएसपी बनने के बाद उज्ज्वल कुमार ने कहा कि मुझे विश्वास था कि मेरा चयन हो जाएगा, लेकिन मुझे नंबर 1 रैंक मिली। मुझे इस पर बिल्कुल विश्वास नहीं हो रहा था। वे वर्तमान में प्रखंड कल्याण पदाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं।

BPSC टॉपर उज्ज्वल कुमार को अपने पुराने दिन याद आए। जब मैं 10वीं कक्षा में पढ़ता था तो कुछ रिश्तेदार हमेशा कहते थे कि यह लड़का नहीं पढ़ेगा। मैं पढ़ता था। इंजीनियरिंग के बाद जब उन्होंने नौकरी छोड़ दी, तब भी उनके रिश्तेदारों ने उनके माता-पिता को बहुत कुछ सुनाया। लेकिन उज्जवल ने कहा है कि मेरे माता-पिता और भाई-बहन मुझ पर विश्वास करते थे।

उज्वल कुमार हिंदी मीडियम से पढ़ाई कर बीपीएससी टॉपर बने हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में कोई भी हिंदी माध्यम का छात्र बीपीएससी टॉपर नहीं बना है। इस तरह उज्जवल कुमार ने वो उपलब्धि हासिल कर ली है जो पिछले दस सालों में कोई नहीं कर पाया। उनसे कई युवाओं को प्रेरणा मिल रही है।

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