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पटना।। भारत-चीन के सैनिकों के बीच सोमवार रात लद्दाख की गलवान वैली में चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में बिहार के 6 जवान मातृभूमि की रक्षा में वीरगति को प्राप्त हुए हैं। इनमें अमन कुमार सिंह (समस्तीपुर), सुनील कुमार (पटना), चन्दन कुमार (भोजपुर), कुन्दन कुमार (सहरसा) और जयकिशोर सिंह (वैशाली) शामिल हैं। पटना जिले के बिहटा के सुनील कुमार का पार्थिव शरीर बुधवार की शाम विशेष विमान से पटना एयरपोर्ट पर पहुंचा। स्टेट हैंगर में शहीद सुनील कुमार को श्रद्धांजलि दी गई। लेकिन, इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपस्थित नहीं हुए।

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शहीद को सबसे पहले शहीद सुनील कुमार के बेटे सहित परिवार के लोगों ने श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पटना के डीएम कुमार रवि ने श्रद्धांजलि दी। उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री व सांसद रामकृपाल यादव, पप्पू यादव, ललन सिंह समेत कई नेताओं ने शहीद को श्रद्धांजलि दी।

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उल्लेखनीय है कि शहीद जवान सुनील कुमार (35) पटना के बिहटा के तारा नगर के शिकरिया गांव के रहने वाले थे। 2002 में सेना में भर्ती हुए थे। 2004 में शादी हुई थी। उनके तीन बच्चे हैं। 12 साल की बेटी सोनाली सबसे बड़ी है। उसके दो छोटे भाई हैं। आयुष की उम्र 10 साल है और विराट 5 साल का। सुनील के बड़े भाई अनिल साव भी सेना में थे। वह सेवानिवृत्त हो चुके हैं।

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लौटकर पिता का इलाज कराने वाले थे सुनील कुमार
पटना के बिहटा में तारा नगर के शिकरिया के जवान सुनील कुमार भी इस झड़प में शहीद हुए। 35 साल के सुनील जल्द ही छुट्टी लेकर घर लौटने वाले थे। सुनील की मां रुक्मिणी देवी कहती हैं, कुछ दिनों पहले ही फोन पर उससे बात हुई थी। उसने कहा था कि मां जल्द ही छुट्टी लेकर घर आऊंगा। उसके पिता वासुदेव साह लकवाग्रस्त हैं। उनके इलाज के लिए ही वह आने वाला था, लेकिन अब तो वह खुद ही चला गया। अब कौन इलाज करवाएगा।

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गलवान घाटी में शहीद जवानों में 13 बिहार रेजिमेंट के
गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के सोमवार रात हुई हिंसक झड़प में 20 सैनिक शहीद हुए। इनमें से 13 बिहार रेजिमेंट के हैं। इनमें कई की उम्र 21 से 25 साल के बीच है। कोई मां से बोलकर गया था कि अबकी लौटूंगा तो पिता का इलाज करवाऊंगा। किसी का घर में इसलिए इंतजार हो रहा था क्योंकि उसने कहा था कि छुट्टियों में लौटूंगा तो शादी कर लूंगा।

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